महासमुंद:छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ महासमुंद के 32 अलग-अलग संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया. प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी और प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर सीमा ठाकुर को ज्ञापन सौंपा.
कर्मचारी संगठन का प्रदर्शन फिर से आंदोलन की चेतावनी
कर्मचारी संघ जल्द से जल्द शासन से अपनी मांगें पूरी करने को कहा है. कर्मचारी संघ ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो वे फिर से आंदोलन करेंगे. कर्मचारी संघ के इस आंदोलन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित तमाम विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे.
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7वें वेतन की मांग
प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार और देश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से बहुत सारी मांगें लंबित है, जिसपर शासन को तत्काल एक्शन लेते हुए मांगे पूरी करनी चाहिए. कर्मचारियों की एनपीएस रद्द करना, लिपिकों के वेतन विसंगति दूर करना, विभागों में अनुकंपा नीति जारी करना, 7वें वेतनमान का लाभ, प्रतिमाह 1000 मेडिकल भत्ते की मांग की है. छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ ने कलेक्टर दर पर मानदेय देने की बात को सुनिश्चित करने की मांग की है.
ज्ञापन सौंपते संगठन के सदस्य पढ़ें:सूरजपुर: एसईसीएल कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
चरणबद्ध आंदोलन करेंगे
छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के बैनर तले पहुंचे कर्मचारियों से शासन प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर तत्काल कोई फैसला नहीं लेता है, तो छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के 32 संगठन के कर्मचारी रणनीति बनाकर चरणबद्ध आंदोलन करेंगे.