महासमुंद: पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से जारी टाइम टेबल और एग्जाम की डेट आने के बाद से अब सारी अटकलें खत्म हो चुकी हैं. छात्रों के मन में चल रहा था कि जनरल प्रमोशन होगा कि नहीं. अब विश्वविद्यालय ने टाइम टेबल जारी कर सब साफ कर दिया है. ऐसे में अब जो छात्र जनरल प्रमोशन की आस में थे, उनकी परेशानी बढ़ गई है. छात्रों का कहना है कि इस तरह एग्जाम होना एक खतरे की घंटी है.
जनरल प्रमोशन की आस में बैठे छात्रों के अरमानों पर फिरा पानी पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में एग्जाम की डेट और उत्तर पुस्तिका लेने की डेट भी आ चुकी है. अब कॉलेज के छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका लेने के लिए आएंगे. साथ ही एग्जाम के 2 घंटे बाद उसी उत्तर पुस्तिका को जमा करने वापस विश्वविद्यालय आएंगे, जिससे छात्रों की खासी भीड़ बढ़ेगी. ऐसे में कोरोना महामारी बढ़ने का सबसे ज्यादा डर रहेगा.
जनरल प्रमोशन की आस में छात्रों को एग्जाम पड़ा भारी शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय के विभिन्न संकाय में स्नातक प्रथम वर्ष की सीटें अभी भी रिक्त हैं. पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के निर्देश के बाद छात्र-छात्राओं को घर बैठे वार्षिक परीक्षाएं देनी है. अब परीक्षार्थियों को उनके बाकी बचे प्रश्न पत्रों की संख्या के बराबर सभी उत्तर पुस्तिका एक साथ दी जाएगी. इसके लिए तिथि निर्धारित की गई है. महासमुंद महाविद्यालय में 17 सितंबर से 23 सितंबर तक विभिन्न विषयों की उत्तर पुस्तिका प्राप्त करने के लिए छात्र महाविद्यालय पहुंचेंगे.
महासमुंद में 19 कॉलेज के छात्रों का होगा ऑनलाइन एग्जाम
बता दें कि महासमुंद जिले में टोटल 18 कॉलेज हैं, जिसमें महासमुंद जिला मुख्यालय में 4 प्राइवेट कॉलेज और गवर्नमेंट के 2 कॉलेज शामिल हैं. साथ ही गरियाबंद जिले में आने वाले जामगांव कॉलेज भी महासमुंद कॉलेज में शामिल हैं, तो ऐसे मिलाकर 19 कॉलेजों का ऑनलाइन एग्जाम महासमुंद जिले में होना है. इसमें से शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य गवर्नमेंट कॉलेज, 4 प्राइवेट कॉलेज के एग्जाम भी इन्हीं कॉलेजों से संचालित होंगे. दूसरा माता कर्मा गवर्नमेंट कॉलेज अपना एग्जाम अपने कॉलेज से संचालित करेंगे.
यूजी और पीजी मिलाकर 7 हजार छात्र देंगे एग्जाम
उत्तर पुस्तिका का वितरण 17 सितंबर से 23 सितंबर तक होगा. 25 सितंबर से 1 अक्टूबर तक छात्रों के एग्जाम होंगे. इस एग्जाम में छात्र को प्रश्न पत्र ऑनलाइन समय पर मिलेंगे. साथ ही 3 घंटे के समय में वह उत्तर पुस्तिका कंप्लीट कर एग्जाम के 2 घंटे अंदर कॉलेज में जमा करेंगे. स्नातक और स्नातकोत्तर को मिलाकर 7 हजार स्टूडेंट्स हैं. वहीं निजी महाविद्यालयों में बीएड, डीएड, पीजीडीसीए और डीसीए को मिलाकर 1 हजार 500 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे.
कोरोना के कारण ऑनलाइन होंगी परीक्षाएं
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी, लेकिन उत्तर पुस्तिका लेने और जमा करने छात्रों को कॉलेज आना ही पड़ेगा. ऐसे में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना ज्यादा बनी रहेगी. साथ ही कंटेनमेंट जोन और क्वॉरेंटाइन छात्रों को एग्जाम के पहले सूचना देनी होगी. स्वास्थ्य विभाग से एक प्रमाण पत्र भी जमा करना होगा, जिसमें यूनिवर्सिटी विचार करेगी.