कोरिया: कोरिया में पहली बार मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग के काम में महिलाओं को रोजगार मिल रहा है. बिजली बिल वाली दीदी ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर मीटर रीडिंग का काम कर रहीं हैं. अब लोगों को समय पर बिजली बिल मिल जाता है तो वहीं समय पर बिल जमा भी हो जाता है.
महिलाओं को मिली स्पॉट बिलिंग के काम की जिम्मेदारी यह भी पढ़ें:बिलासपुर में किसान समृद्धि मेले के समापन समारोह में शामिल होंगे भूपेश बघेल
जय लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं:मनेंद्रगढ़ विकासखंड के ग्राम बड़काबहरा में जय लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को मीटर रीडिंग की जिम्मेदारी दी गई है. यह महिलाएं घर-घर जाकर मीटर रीडिंग और बिजली बिल की सुविधाओं को लोगों तक पहुंचा रहीं हैं. महिला स्व सहायता समूह की सदस्य भारती सिंह ने प्रथम बैच में 218 मीटर रीडिंग का कार्य किया है. दूसरे बैच में 200 मीटर रीडिंग का काम कर चुकी हैं. अप्रैल महीने में भारती सिंह ने 270 घरों में रीडिंग और स्पॉट बिलिंग कर लोगों को समय पर बिजली बिल की सुविधा उपलब्ध कराई है.
महिलाओं को दी जा रही ट्रेनिंग: कोरिया प्रशासन स्व सहायता समूह की महिलाओं को मीटर रीडिंग और स्पॉट बिलिंग से जोड़कर प्रशिक्षण दे रहा है. जिससे मीटर रीडिंग की व्यवस्था को और बेहतर किया जा रहा है. कोरिया में 1 लाख 1 हजार 645 उपभोक्ता हैं. हर बिजली मीटर को 15 दिन में तीन बैच में रीडिंग करनी होती है. ग्रामीण क्षेत्र में सात रुपये रीडिंग की दर से राशि भुगतान किया जाता है. इसी तरह शहरी क्षेत्र में पांच रुपये प्रति रीडिंग दर से भुगतान की राशि मिलती है.
लोगों को समय पर मिल रहा बिजली बिल: भारती सिंह बताती हैं कि वह एक दिन में 50 से 60 रीडिंग कर लेती हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पहले हम लोगों को तीन महीने में बिल मिलता था, लेकिन अब हम लोगों को समय पर बिजली का बिल मिल जाता है. जिससे समय पर बिल जमा कर देते हैं.