कोरिया:उरुमदुगा के दुधनियाकला के आक्रोशित ग्रामीण मतदान केंद्र पहुंचे और चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया. Voting boycott on demand of road in korea ग्रामीण करीब 300 मीटर दूर धरने पर बैठ गए. चुनाव बहिष्कार की बात से प्रशासन में हड़कंप मच गया.Korea polling after deliberation संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव, एसडीएम अंकिता सोम, पुलिस अफसर बड़ी संख्या में पहुंचे. ग्रामीणों ने साफ कहा कि "एनएच 43 से ग्राम दुधनिया तक करीब 3.50 किलोमीटर पक्की सड़क चाहिए. korea latest news हमारी मांग पूरी करिए, फिर मतदान में हम हिस्सा लेंगे."
जिले में शांतिपूर्ण हुआ मतदान: त्रिस्तरीय पंचायत उप निर्वाचन 2023 में कोरिया जिला पंचायत सदस्य क्रमांक 6 के लिए मतदान हुआ. ग्राम पंचायत खोंड़ में सरपंच, वार्ड क्रमांक 10, 14, 20 में पंच और ग्राम पंचायत उरूमदुगा में भी पंच पद के लिए मतदान हुआ. डीडीसी निर्वाचन क्षेत्र के 30 ग्राम पंचायत सहित सरपंच, पंच के लिए कुल 87 मतदान केंद्रों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही. जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार लंगेह के नेतृत्व में मतदान कराया गया.
भाजपा समर्थित वंदना राजवाड़े जीत दर्ज की: कड़ाके की ठंड के कारण मतदाता सुबह देर तक अपने घरों में दुबके रहे. लेकिन धूप निकलने के बाद धीरे धीरे लोग अपने घरों से निकले और अपने मताधिकार का प्रयोग किया. दोपहर करीब 1:30 बजे तक 56 फीसदी वोटिंग हुई. मतदान के लिए निर्धारित समय दोपहर 3 बजे के बाद हर पोलिंग बूथ में मतों की गिनती शुरू हुई, जो रात तक चली. जिसमें भाजपा समर्थित वंदना राजवाड़े को 11 हजार 930 वोट से बढ़त मिली और विजयी हुईं. वहीं कांग्रेस समर्थित संजय को 4086 वोट और गोंगपा समर्थित सुखनंदन मिंज को 4546 वोट मिले.
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चुनाव बहिष्कार से झुका प्रशासन, 15 साल बाद बनेगी सड़क:दुधनियाकला में चुनाव बहिष्कार का ऐलान के बाद वोटर्स की जिद के आगे जनप्रतिनिधि और अफसरों को झुकना पड़ा. मानमनौवल के बाद तुरंत पीडब्ल्यूडी तकनीकी टीम पहुंची और 15 साल से जर्जर कच्ची सड़क का डामरीकरण कराने सर्वे शुरू हुआ. करीब 5 घंटे बाद दोपहर एक बजे से मतदान शुरू हुआ. ग्राम पंचायत उरुमदुगा में जिला पंचायत सदस्य और एक पंच पद के लिए उप-चुनाव हुआ.
2 घंटे में 67 फीसदी हुआ मतदान: गांव में साल 2008 में गिट्टी मुरुम की सड़क बनी थी. उसके बाद पिछले 15 साल से सड़क बनाने पर कोई ध्यान नहीं दिया. जिससे ग्रामीण उबड़-खाबड़ सड़क से चलने को मजबूर हैं. मामले में समझाइश और आश्वासन के बाद लोग वोट ड़ालने को राजी हुए. गांव की मतदाता सूची में 401 वोटर्स के नाम दर्ज हैं. दोपहर करीब एक बजे से दुधनियाकला में वोटिंग शुरू हुई और महज दो घंटे में ही दोपहर 1 से 3 बजे तक 67 फीसदी वोटिंग हुई. जिसमें 140 पुरुष और 132 महिला वोटर्स ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.