MCB News: जनपद पंचायत अध्यक्ष विनय शंकर धोखाधड़ी के शिकार, दर्ज कराई एफआईआर
एमसीबी में मनेन्द्रगढ़ जनपद अध्यक्ष डॉ विनय शंकर सिंह ने अपने पेट्रोल पंप मैनेजर पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. इस संबंध में सिंह ने पुलिस शिकायत कर प्रेस विज्ञप्ति जारी भी जारी किया है.
जनपद अध्यक्ष विनय शंकर के साथ हुई धोखाधड़ी
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Published : Jun 7, 2023, 4:23 PM IST
एमसीबी:मनेन्द्रगढ़ जनपद अध्यक्ष डॉ विनय शंकर सिंह धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं. जनपद अध्यक्ष ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक, थाना मनेन्द्रगढ़ और थाना केल्हारी को देकर अपने पूर्व कर्मचारी पर कार्रवाई करने की मांग की है. उनका कहना है कि उनका पूर्व कर्मचारी उन्हें बदनाम करने साजिशें रच रहा है.
पैसों के गबन का आरोप:इस संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डॉ विनय शंकर सिंह ने बताया की उन्होंने केल्हारी में स्थित अपने पेट्रोल पंप में विजय दीवान को मैनेजर के पद पर रखा था. लेकिन उसने पंप के कामों में लापरवाही की और पंप के सेल से आई राशि का गबन किया. जिसके बाद उसे मार्च 2023 को पंप से निकाल दिया था. पंप में विजय दीवान के साथ उसका भांजा दीपक दीवान भी सेल्समेन का काम किया करता था. इन दोनों ने मिलीभगत करके पंप के रीडिंग में हेराफेरी करके पैसों का गबन किया है.
फर्जी तरीके से हुआ नाम ट्रान्सफर:डॉ विनय शंकर सिंह ने बताया की"मैनेजर विजय दीवान को मैंने एक पुरानी कार मनेंद्रगढ़ निवासी विजय मिश्रा से 19 जून 2019 को खरीदकर पंप के काम सहयोग करने के लिए दिया हुआ था. जिसे विजय ने धोखे से अपने नाम पर ट्रान्सफर करा लिया. जब इस बात की जानकारी विजय मिश्रा को हुई. तब उसने मनेंद्रगढ थाने में लिखित शिकायत 26 मई 2023 को दर्ज कराई."विजय ने बताया कि "कार को विजय दीवान से वापस दिलाया जाये, जिससे मैं कार को विनय शंकर सिंह के नाम से ट्रांसफर कर सकूं. विजय दीवान के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए मैंने इस संबंध में एक लिखित शिकायत 27 मई 2023 को केल्हारी थाना और पुलिस अधीक्षक एमसीबी के पास किया गया है."
छवि धूमिल करने की कोशिश:डॉक्टर विनय शंकर सिंह ने बताया कि "मैंने पंप के मैनेजर और कर्मचारी को राशि गबन का दोषी पाया. जिसके बाद मैंने उन्हें पंप से निकाल दिया. इसी वजह से विजय दीवान ने पुलिस को गुमराह करते हुए झूठी शिकायत दर्ज करवाई. फिर उसे सोशल मीडिया पर डालकर मेरी छवि को धूमिल कर रहा है."
थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ ने प्रकरण के संबंध में बताया की"शिकायत प्राप्त हुई है. मामले की जांच की जा रही है. विजय दीवान को बयान के लिए बुलाया गया है. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी. गाड़ी के पूर्व मालिक विजय मिश्रा से जब इस संबंध में जानकारी ली गई. तब उसने बताया कि मैंने कार को डॉक्टर विनय शंकर सिंह को 19 जून 2019 को बेच दिया था. मैं अब उनके नाम से कार को ट्रांसफर करना चाहता हूं. जिसके लिए मुझे मेरी कार की आवश्यकता है. पेट्रोल पम्प के मैनेजर विजय दीवान ने कार को फर्जी तरीके से अपने नाम कराया है."पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है.