कोरिया: प्रदेश के ग्रामीण अंचलों के लोग छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. बारिश में गांव टापू में बदल जाते हैं लोग दाने-दाने को मोहताज होने लगते हैं, ठंड में ठिठुरन जान लेती है, तो गर्मी में बूंद-बूंद के लिए जंग लड़नी होती है. यही हाल जिले के कई गांवों का है.
जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर आदिवासी ग्राम पंचायत कछोड़ के लोग पानी की तलाश में जंगल जाते हैं और वहां से नाले में बह रहा पानी लेकर आते हैं. महिला हो, पुरुष हो या फिर बच्चा हर कोई जिंदगी गुजारने के लिए पैदल लंबी दूरी तय करता है फिर कहीं जाकर पानी नसीब होता है. यहां आदिवासी समाज के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए जंगल में भटक रहे हैं.