कोरिया: जिले का अमृतधारा जलप्रपात (Amritdhara Falls) पर्यटक के रूप में अपनी राष्ट्रीय पहचान बना चुका है. लोग कोरिया जिले का अध्ययन करते हैं तो सबसे पहले जेहन में जिले के सुप्रसिद्ध अमृतधारा जलप्रपात का नाम याद याद आता है. अब लोग यू ट्यूब व ऑनलाइन सर्च कर अमृतधारा पर्यटन स्थल पहुंच रहे हैं. बारिश के दिनों में इसकी खूबसूरती देखकर पर्यटक भी काफी खुश है. हालांकि उनका मानना है कि इस स्थल में कुछ सुविधाएं होना जरूरी है. जिससे दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों को यहां आने पर पीने के पानी, बारिश से बचने के लिए शेड होने पर परेशान होना नहीं पड़ेगा.
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 43 और नागपुर ग्राम पंचायत से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है अमृतधारा जलप्रपात. यह झरना छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े और खूबसूरत जलप्रपात (beautiful waterfalls of chhattisgarh) में से एक है. इस झरने की ऊंचाई 90 फीट है. इस झरने के आसपास स्थित घने जंगल इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. झरने के आसपास बैठने के लिए सीमेंट से कुर्सी बनाई गई है. अगर आपको प्रकृति से लगाव है तो यहां बने कुर्सियों में बैठकर आसपास के जंगल और 90 फीट के ऊंचाई से गिरते अमृतधारा झरना को देखने पर एक अंदरूनी खुशी और सुकून मिलेगा.
इन सबके अलावा अगर आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के साथ पिकनिक मनाना चाहते हैं, तब भी यह प्राकृतिक स्थल आपके लिए सबसे अच्छा हो सकता है. यहां पर कई सारे पर्यटक पिकनिक के लिए और अपनों के साथ समय बिताने के लिए आते हैं. जलप्रपात के पास में ही प्राचीन शिव मंदिर हैं. जहां श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. हर वर्ष कोरिया जिला प्रशासन की तरफ से अमृतधारा महोत्सव आयोजित किया जाता है. इस महोत्सव की शुरुआत कोरिया के राजा रामानुज प्रताप सिंह जूदेव ने साल 1936 में किया था. तब से हर साल यहां महाशिवरात्रि में मेले का आयोजन किया जाता है.
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