कोरिया :कोरिया जिले के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य विकासखंड भरतपुर की ग्राम पंचायत देवगढ़ के स्कूल पारा का आंगनबाड़ी केंद्र नौनिहालों के लिए जानलेवा बना हुआ है. यहां कब कौन सा बच्चा दुर्घटना का शिकार हो जाए, कहा नहीं जा सकता. आंगनबाड़ी केंद्र के भवन की जर्जर स्थिति बच्चों के बैठने लायक नहीं है. आंगनबाड़ी की छत से थोड़ी सी बारिश में भी पानी टपकने लगता है. जबकि जब-तब छत का प्लास्टर टूट-टूटकर गिरता रहता है. फिलहाल यहां बच्चों को एक छोटे कमरे में बिठाया जा रहा है. इसी कमरे में आंगनबाड़ी का सारा सामान भी रखा है. इस कारण बच्चों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है.
एक ही कमरे में रहते हैं बच्चे और सामान
एक ही कमरे में बच्चों को बिठाने और इसी कमरे में आंगनबाड़ी का सारा सामान भी रखे होने के कारण बच्चे भाग भाग कर उसी जर्जर बड़े कमरे में चले जाते हैं. यह हालात हर पल खतरे को न्योता देने जैसा है, लेकिन इसकी सुध बच्चों को कहां से होगी. जबकि जिम्मेदार आंखें मूंदे अप्रिय घटना की राह तक रहे हैं. इस केंद्र में 27 बच्चों के नाम दर्ज हैं. गत वर्ष भी छत के प्लास्टर के गिरने से कमरे में रखा प्रिंटर और अन्य सामान क्षतिग्रस्त हो चुका है. जबकि सहायिका भी बाल-बाल बची थी.