कोरिया:छत्तीसगढ़ के पहले वित्त मंत्री और विद्याचरण शुक्ल की कैबिनेट में सिंचाई मंत्री रहे कोरिया नरेश रामचंद्र सिंहदेव लोगों के दिलों के भी राजा थे. राजनीति के माहिर खिलाड़ी सिंहदेव सादगी में डूबे मिलनसार और बेहद लोकप्रिय थे.
पहला बजट पेश करने वाले 'कोरिया नरेश' अविवाभिज सरगुजा के जानकार गोविंद शर्मा एक किस्सा बताते हैं कि जल संधारण पर उन्होंने बहुत शोध किया था और जल पर किताब लिखी थी. विद्याचरण के मंत्रीमंडल में वे सिंचाई मंत्री थे. उस वक्त सरगुजा में सिंचाई की स्थिति बहुत दयनीय थी. जब वे सिंचाई मंत्री बने तो यहां सिंचाई का रकबा बढ़ाया. कुंवरपुर डैम बनने में उनका बड़ा योगदान था.
इलाहाबाद से की थी पढ़ाई
रामचंद्र सिंहदेव ने इलाहाबाद में पढ़ाई की. सरगुजा के महाराजा मदनेश्वर शरण सिंहदेव, अर्जुन सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह सहपाठी थे. कोरिया कुमार के नाम से रामचंद्र सिंहदेव प्रसिद्ध थे. वे सादगी से भरा जीवन बिताते थे. सभी से मिलते-जुलते थे. राजाओं की तरह मिलनसार और लोकप्रिय थे.
उज्जलव रही कोरिया की सरगुजा की रियासत
गोविंद शर्मा बताते हैं कि कोरिया की रियासत बहुत उज्जवल रही. वे बताते हैं कि कोरिया जब 1 जनवरी 1948 सरगुजा जिला बना, तो कोरिया स्टेट, सरगुजा स्टेट और चांदभखार स्टेट एकसाथ थे. उसके पहले 31 दिसंबर 1947 तक कोरिया अलग रियासत थी. उस वक्त दोनों रियासतों के राजा का नाम रामानुजशरण सिंहदेव था.
अजीत जोगी की कैबिनेट में थे वित्त मंत्री
कोरिया राजघराने से तालुक रखने वाले स्वर्गीय डॉक्टर राममचंद्र सिंहदेव राज्य के पहले वित्त मंत्री थे. इन्होंने बतौर वित्त मंत्री 3 बार छत्तीसगढ़ का बजट पेश किया था. सिंहदेव को अर्थ का बेहतर जानकार भी माना जाता है. 1967 में पहली बार चुनाव जीतकर पहले अविभाजित मध्य प्रदेश के मंत्री रह चुके थे.
एक नजर राममचंद्र सिंहदेव के बजट पर-
- राममचंद्र सिंहदेव ने 2001-02 में कुल 7 हजार 294 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था.
- 2002-03 तक में 8 हजार 471 करोड़ के आम बजट के साथ एक अनुपूरक बजट पेश किया था.
- 2003-04 तक में 9 हजार 978 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया. साथ ही दो अनुपूरक बजट पेश किया गया था.