कोरिया: कलेक्टर श्याम धावड़े ने शिक्षा, स्वास्थ्य और सुपोषण पर अपनी प्राथमिकता जाहिर की है. आज सुपोषण अभियान के संचालन में लापरवाही बरतने वाले 35 सेक्टर प्रभारियों को कलेक्टर धावड़े के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
बाल दिवस पर की जाएगी समीक्षा
कलेक्टर श्याम धावड़े द्वारा लगातार जिले में सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन की समीक्षा की जा रही है. आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुपोषण अभियान की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने नोडल ग्राम प्रभारियों को उनके प्रभार गावों में विशेष पहल करते हुए सुपोषण अभियान की मानिटरिंग कर कुपोषण मुक्त कराने के निर्देश दिये.
प्रत्येक नोडल अधिकारी को एक से पांच ग्राम के मानीटरिंग के निर्देश दिये गये है. कलेक्टर धावड़े ने सभी ग्राम नोडल अधिकारियों को 2 माह का समय दिया है. 14 नवम्बर 2021 बाल दिवस के अवसर पर इस विशेष अभियान की समीक्षा की जायेगी.
2 अक्टूबर 2019 से शासन द्वारा सुपोषण अभियान की शुरूआत की गई है. जारी नोटिस में पर्यवेक्षकों के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरंतर निरीक्षण एवं मानिटरिंग नहीं किया जाना बताया गया है. उपरोक्त कृत्य शासकीय दायित्वों के निर्वहन में उदासीनता व लापरवाही का घोतक है. उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम-3 के विपरीत होकर कदाचरण की श्रेणी में आता है. सभी सेक्टर प्रभारियों को 7 दिवस के भीतर जवाब तलब किया गया है.