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पिछले 3 साल से लोन के लिए भटक रहीं समूह की महिलाएं - The women of the group have been wandering for loans for the last 3 years

कोरिया में छत्तीसगढ़ सरकार की बिहान योजना के तहत स्व सहायता समूह की महिलाएं पिछले 3 सालों से लोन के लिए बैंक का चक्कर लगा रही हैं. समूह की महिलाओं का कहना है कि बैंक की ओर से उन्हें लोन नहीं दिया जा रहा है. जिससे वे परेशान हैं. महिलाओं ने बैंक की मनमानी को लेकर प्रदर्शन किया.

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पिछले 3 साल से लोन के लिए भटक रहीं समूह की महिलाएं

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Published : Mar 26, 2021, 11:12 PM IST

कोरिया:छत्तीसगढ़ सरकार की बिहान योजना के तहत ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने की एक योजना चला रही है. इस योजना में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया जाता है. जिससे वे अपनी आजीविका आसानी से चला सकें.

पिछले 3 साल से लोन के लिए भटक रहीं समूह की महिलाएं

3 वर्षों से नहीं मिला लोन

कोरिया जिले के 2 ग्राम पंचायत बुंदेली और पाराडोल की 66 महिला स्व सहायता समूहों को तैयार किया गया, जिन्हें प्रशिक्षण देकर ट्रेंड भी किया गया. अब जब समूह की महिलाएं प्रशिक्षण लेकर समूह के माध्यम से काम की शुरुआत करने की ठानी. जिसके लिए उन्हें लोन की आवश्यकता पड़ी तो उन्होंने बैंक मित्र से मिलकर लोन के लिए अप्लाई किया. लेकिन 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी बैंक के से उन्हें लोन मुहैया नहीं कराया गया, जिससे उनका मनोबल भी टूट रहा है. महिलाओं ने बैंक की मनमानी को लेकर प्रदर्शन किया.

महिलाएं हो रहीं परेशान

बिहान योजना के तहत कम समय में एक समूह को कम से कम 1 लाख से 3 लाख तक का लोन कम रेट में प्रदान किया जाता है, लेकिन कोरिया जिले के साथ झगड़ाखाड़ के सेंट्रल बैंक ने एक भी समूह को लोन नहीं दिया है. बैंक मित्रों और समूह की महिलाओं ने आरोप लगाया है कि बैंक मैनेजर हमेशा कुछ ना कुछ कमी निकाल कर फार्म को रिजेक्ट कर दिया जाता है. ग्रामीण महिलाओं का कहना है कि 10 से 12 किलोमीटर दूर से आती हैं. दिनभर बैंक के चक्कर लगाते रह जाती हैं. समूह पिछले 3 साल से लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं, लेकिन आज तक लोन पास नहीं हुआ.

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बैंक मैनेजर पर लगा आरोप

मैनेजर के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि मैनेजर की ओर से हमेशा दुर्व्यवहार किया जाता है. उन्होंने बताया कि वे 25 किलोमीटर दूर से आती हूं. दिनभर महिलाओं के साथ बैंक में खड़ी रहती हैं. लेकिन बैंक मैनेजर ना ही ठीक ढंग से बात करते हैं और ना ही व्यवहार करते हैं. बैंक मैनेजर से जब लोन को लेकर बात की जाती है तो कुछ न कुछ खामी निकाल देते हैं.

बैंक मैनेजर ने दी सफाई

इस संबंध में जब हमने बैंक मैनेजर से बात की तो उनका कहना था कि पिछले साल उनका प्रतिवेदन आया था, जिसमें से छह का लोन पास हो गया है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को लोन स्वीकृत नहीं हो पाया है. उन्हें डॉक्यूमेंट कंप्लीट करने को कहा गया है. वजह से इनका लोन पास नहीं हो पा रहा है. बैंक मैनेजर की ओर से लोन पास ना करने से एक तरफ जहां महिला समूह का हौसला खो रहा है. तो वहीं शासन की महत्वाकांक्षी योजना पर भी पलीता लग रहा है.

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