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कोरिया: व्यवहार न्यायालय में पदस्थ रीडर ओम प्रकाश सोना की हार्ट अटैक से मौत

जनकपुर मुख्यालय के व्यवहार न्यायालय में पदस्थ रीडर ओम प्रकाश सोना की उनके घर में हार्ट अटैक से मौत हो गई है. पुलिस ने फोन पर उनके परिवार को इसकी सूचना दी, फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जाना है.

death from heart attack
हार्ट अटैक से मौत

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Published : Aug 11, 2020, 6:14 PM IST

कोरिया: विकासखंड भरतपुर के जनकपुर मुख्यालय के व्यवहार न्यायालय में पदस्थ रीडर ओम प्रकाश सोना की उनके घर में हार्ट अटैक से मौत हो गई है. हार्ट अटैक से पहले ओम प्रकाश ने अपने परिवार वालों से बातचीत की थी.

सुबह जब लंबे समय तक ओम प्रकाश न्यायालय नहीं पहुंचे तो न्यायालय के कर्मचारी ऑफिस के अलमारी की चाबी लेने उनके घर पहुंचे थे. इस दौरान घर का दरवाजा हल्का खुला हुआ था. कर्मचारियों ने दरवाजे के बाहर से ही ओम प्रकाश को आवाज लगाई, कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर कर्मचारी घर के अंदर चले गए. इस दौरान उन्होंने देखा कि रीडर ओम प्रकाश सोनी जमीन पर पड़े हुए थे.

कर्मचारियों ने इसकी सूचना पुलिस और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दी. मौके पर पहुंची पुलिस और डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने फोन पर उनके परिवार को इसकी सूचना दी, फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जाना है.

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क्यों होता है हर्ट अटैक

  • ज्यादा वचन: शरीर में तय मात्रा से ज्यादा फैट की वजह से वजन बढ़ जाता है. इससे कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ाता है, जो किडनी संबंधी बीमारियों का एक बड़ा कारण बनता है. शरीर में ट्रांस फैट बढ़ने की वजह से हार्टअटैक का खतरा भी बढ़ जाता है.
  • हाई बीपी:लंबे समय से हाई बीपी धमनियों को ब्लॉक कर देता है. इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर का लगातार उतार-चढ़ाव हृदय के लिए ठीक नहीं होता , इससे कार्य क्षमता प्रभावित होती है.
  • बढ़ता स्ट्रेस:तनाव का संबंध हृदय से होता है. जितना ज्यादा स्ट्रेस से दूर रहेंगे उतना स्वस्थ रहेंगे. जितना ज्यादा तनाव लेंगे, उससे अनालाइन हार्मोन रिलीज होगा, जिससे हार्टअटैक का खतरा बढ़ता है. साथ ही ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है.
  • जन्म संबंधित:कोलेस्ट्रॉल बढ़ना जेनेटिक भी हो सकता है. यदि माता-पिता में से किसी को भी 55 साल से पहले हार्ट अटैक हुआ हो तो बच्चों में इसकी आशंका कई गुना बढ़ जाती है. बच्चों में जींन और खानपान की आदते सामान होती है. इसलिए हर महीने बच्चों की डॉक्टर से जांच करानी चाहिए.

हृदय के रोग से कैसे रहें निरोग

  • खानपान का रखें ध्यान
  • ज्यादा पका हुआ तला भुना खाना और जंक फूड से बचें.
  • कम से कम घी, तेल और मक्खन का इस्तेमाल करें.
  • खाने में पचास परसेंट सब्जियों, फल का इस्तेमाल करें.
  • इसके आलाव सात रंग के फल और सब्जियों का सलाद रेगुलर अपने खाने में शामिल करें और हाई फाइबर वाली चीजें ज्यादा ग्रहण करें.

इन बातों का रखें ख्याल

  • रात 10 बजे तक सो जाएं सुबह सूर्योदय से पहले उठें. साथ ही उठने के दो-तीन घंटे में ब्रेकफास्ट कर लें. दोपहर में सही समय देखकर लंच करें. वही रात 8 बजे तक डिनर कर ले और पानी हमेशा खाने के 1 घंटे बाद ही पिएं.
  • रोज सुबह करें योग और व्यायाम
  • रोजाना सुबह 30 मिनट योग और व्यायाम करने से स्वस्थ वह तंदुरुस्त रहेंगे और बीमारियां भी शरीर के इर्द-गिर्द नहीं भटकेगी.

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