कोरिया: मनेंद्रगढ़ विकासखंड के भौता गांव में 3 साल पहले 20 लाख रुपए की लागत से बने तालाब की मिट्टी बारिश की वजह से कट गई है. मिट्टी कटने की वजह से तालाब का पानी खेतों में भर गया है. इससे ग्रामीणों को लगभग 20 से 25 एकड़ में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. वहीं लोगों को निस्तारी की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है.
भारी बारिश का कहर: तालाब की मिट्टी खिसकी, 20 से 25 एकड़ की फसल खराब
गांव में जल संसाधन विभाग की ओर से साल 2016 में ग्रामीणों की मांग पर 20 लाख रुपए की लागत से एक विशाल तालाब का निर्माण कराया गया था.
गांव में जल संसाधन विभाग की ओर से साल 2016 में ग्रामीणों की मांग पर 20 लाख रुपए की लागत से एक तालाब का निर्माण कराया गया था. तालाब निर्माण के दौरान कई गड़बड़ी और गुणवत्ताहीन सामग्री के अपयोग की बात सामने आई थी. ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत बड़े अधिकारियों से की, लेकिन उस समय अधिकारियों ने ग्रामीणों की शिकायत को अनसुना कर दिया, जिसका परिणाम देखने को मिला है.
तेज बारिश से फसल खराब
क्षेत्र में लंबे समय बाद अच्छी बारिश हुई है. तेज बारिश की वजह से तालाब पूरी तरह भर गया है, लेकिन गुणवत्ताहीन होने के कारण तालाब पानी का दबाव नहीं झेल पाया और उसकी मिट्टी खिसक गई. इससे ग्रामीणों की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. ग्रामीणों ने नुकसान के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है और मुआवजे की मांग की है.