कोरिया: बैकुंठपुर में पीएम आवास योजना में बड़े फर्जीवाडे़ का खुलासा हुआ है. शिकायत के मुताबिक सोनहत के अकलतराई में फर्जी जियो टैग फोटो का इस्तेमाल कर 1 करोड़ 13 लाख का भुगतान करा लिया गया गया. भुगतान पूरा होने के बाद ये खुलासा हुआ कि यहां पर स्वीकृत हुए 145 मकानों में से ज्यादातर मकान तो अभी अधूरे पड़े हैं. कई लाभार्थी तो ऐसे है जिनका मकान कागजों पर बन गया और वो अभी भी झोपड़े में रह रहे हैं.
पीएम आवास में पलीता: फर्जी जियो टैग फोटो का इस्तेमाल किए जाने की खबर की जब पड़ताल पोर्टल पर हुई तो, पता चला कि मकान का काम अधूरा होने के बावजूद भी मकान के लिए मिलने वाली पूरी राशि निकाल ली गई है. फर्जीवाड़ा करने के लिए पोर्टल पर फर्जी फोटो और दूसरों के बैंक खातों का नंबर फीड कर धोखाधड़ी का खेल खेला गया. आरोप है कि इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि सचिव और उसका ठेकेदार भाई है. दोनों ने मिलकर अफसरों को भी इस गोलमाल में शामिल किया और पैसे की निकासी करा ली. अब लाभार्थी को ये तक नहीं पता कि उसके नाम पर पैसे भी निकाल लिए गए हैं. अगर भविष्य में लाभार्थी अपना मकान बनाना भी चाहे तो उसके मुश्किल है.
ठेकेदार ने लगवाया अंगूठा: ग्रामीणों की शिकायत है कि ठेकेदार और सचिव ने धोखे से कागजों पर दस्तख़त करा लिए और पैसे हड़प लिए. पीएम आवास के लाभार्थी का आरोप है कि उसके खाते में पैसे भी नहीं आए जबकी ठेकेदार ने कई जगह उससे अंगूठे लगवाए थे. पैसा भी नहीं मिला और मकान भी अब अधूरा रह गया. दूसरे ग्रामीण की शिकायत है कि खाते में पैसे आए जो ठेकेदार ने ले लिए. मकान का काम भी पूरा नहीं किया.
योजना के पोर्टल पर कैसे चल रही धांधली !