कोरिया: सर्दी का मौसम आते ही हाथियों का उत्पात फिर से शुरु हो गया है. बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र के इलाके में 6 हाथियों का झुंड घुस आया है. गांव के लोग इलाके में हाथियों की मौजूदगी से दहशत में हैं. कुछ महीने पहले ही 12 से ज्यादा हाथियों के झुंड ने इलाके में जमकर तबाही मचाई थी. किसानों की फसल और घरों तक को तोड़ डाला था. गांव वालों के पुराने जख्म भरे भी नहीं थे कि हाथियों का दल फिर से तबाही मचाने इलाके में घुस गया है. वन विभाग की टीम हमेशा की तरह मुनादी कराकर गांव वालों को सतर्क कर रही है. वन विभाग ने कहा है कि लोग हाथियों से दूर रहें.
Fear Of Elephants In Baikunthpur बैकुंठपुर में हाथियों की दहशत से जन जीवन बेहाल, लोगों में मचा हड़कंप - Animal havoc
Fear Of Elephants In Baikunthpur कोरिया के बैकुंठपुर में गांव के करीब पहुंचे हाथियों के झुंड से दहशत में आ गए हैं गांववाले. वन विभाग की टीम ने मुनादी कराकर लोगों को हाथियों से दूर रहने की हिदायत दी है. Animal havoc in Baikunthpur
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Dec 7, 2023, 4:19 PM IST
|Updated : Dec 7, 2023, 5:32 PM IST
हाथियों की मौजूदगी से हड़कंप:बैकुंठपुर के जिस इलाके में हाथियों की मौजूदगी है उस इलाके लेकर विभाग का कहना है कि ये सालों से हाथियों के आने जाने का रास्ता रहा है. गांव में आबादी बढ़ने के बाद लोगों ने कई जगहों पर अपने अपने घर बना लिए. जिन जगहों पर गांव वालों ने घर बनाए वो उनके आने जाने के रास्ते पर था. लिहाजा हाथियों का झुंड अपने रास्ते में आने वाले तमाम घरों और फसलों को रौंद देते हैं. खड़गंवा वन परिक्षेत्र के बीट इंचार्ज और वन विभाग की टीम लगातार लोगों को हाथियों से दूरी बनाए रखने की अपील कर रही है. गांव वाले हाथियों की मौजूदगी और उनकी दहशत के चलते घरों से बाहर रात गुजार रहे हैं.
दहशत में किसान:किसानों को सबसे ज्यादा चिंता अपनी फसलों को लेकर है. किसानों का कहना है कि अगर उनकी फसल चौपट हो गई तो साल भर का खाने पीने अनाज खत्म हो जाएगा. कोरिया के बैकुंठपुर वन परिक्षेत्र में लंबे वक्त से हाथियों का आना जाना रहता है. हाथी कभी अपने रास्ते चले जाते हैं तो कभी रास्ते में आने वाले फसलों और मकानों को रौंद देते हैं. किसानों को चिंता है कि अगर सर्दी के मौसम में हाथी उनकेै मकानों को नुकसान पहुंचाते हैं तो वो अपना बाल बच्चों को लेकर कहां रहेंगे. वन विभाग की ओर से भी उनको मदद मिलने में वक्त लग जाता है.