मनेंद्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी: भरतपुर के कोइलरा निवासी वीरेंद्र सिंह ने रामगढ़ में एक बंगाली डॉक्टर के पास में जा कर अपने दर्द बुखार का इलाज़ कराया था. Patients upset quack doctors in Manendragarh जहां डॉक्टर के द्वारा उसे गलत इंजेक्शन लगाया गया. जिससे उसे रिएक्शन हो गया और मरीज के कमर में घाव बनकर पकने लगा. फिर वीरेंद्र सिंह का एमपी के शहडोल में इलाज हुआ. तब जाकर मरीज की जान बच पाई. मरीज के पिता मोती लाल का कहना है कि "मेरे लड़के को दर्द बुखार था इस लिए मेरा लड़का वीरेन्द्र सिंह गांव के ही नजदीक में बंगाली डॉक्टर के पास उसके प्राइवेट क्लीनिक में अपना इलाज़ कराने गया. जहां यह गलत इलाज किया गया". Manendragarh Bharatpur Chirmiri news
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गांव गांव में फैला झोलाछाप डॉक्टरों का धंधा: एमसीबी जिले में गांव गांव में झोला छाप डॉक्टरों का धंधा फरैल चुका है. इससे पहले भी प्रशासन के द्वारा दो बार इन डॉक्टरों का क्लीनिक से दवाइयों का जखीरा बरामद कर सील भी किया गया था. लेकिन भ्रष्टाचार के माध्यम से उसे रफा-दफा करने की बात सामने आई है. झोलाछाप डॉक्टरों का उचित जांच ठीक से नहीं होने के कारण इनका मनोबल बढ़ते रहता है. विकासखंड भरतपुर के रामगढ़ में लंबे समय से झोलाछाप डाक्टर निजी क्लीनिक खोलकर मरीजों के साथ उनके जान से खिलवाड़ कर इलाज कर रहे हैं. ऐसा नहीं है इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनके खिलाफ बीच बीच में कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति भी करती रहती है. झोलाछाप डाक्टरों के इलाज के कारण कई मरीजो कि जान भी जा चुकी है. जिस का आज तक खुलासा भी नहीं हो पाया है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है. Manendragarh Health Department news
जब बीएमओ से झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई को लेकर बात की गई . तो इस संबंध में राजीव कुमार रमन बीएमओ का कहना है कि "हमने 2 बार पहले भी इस झोलाछाप डॉक्टर बंगाली के ऊपर कार्रवाई की है. उसके बाद ये लोग जगह बदलकर काम कर रहे हैं. इनके ऊपर फिर कार्रवाई की जाएगी"