कोरिया: भरतपुर के सहकारी समितियों में धान का उठाव नहीं होने से धान इकट्ठा हो गया है. खरीदी केंद्र में लिमिट से ज्यादा धान इक्ट्ठा होने के कारण धान के खराब होने का डर बना हुआ है. इस कारण किसानों को नए टोकन जारी नहीं किए जा रहे हैं.
जनकपुर समिति के कई समितियों में धान रखने की जगह कम पड़ गई है. किसान करीब 1 हफ्ते से अपनी फसल को बेचने के लिए धान खरीदी केंद्र पहुंच रहे हैं. किसानों को नए टोकन जारी नहीं होने से वे बेहद परेशान हैं. खरीदी केंद्रों में 1 दिसंबर से धान खरीदी की जा रही है. इस वजह से 3 हफ्ते के दौरान केंद्रों में धान इकट्ठा हो गया है. धान खरीदी अब बंद होने की स्थिति में है.