सरगुजा/कोरिया: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी ने 17 अगस्त को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी थी. इस सूची में 21 प्रत्याशियों का ऐलान किया गया था. अब बीजेपी ने अपनी दूसरी सूची को लेकर तैयारी पूरी होने का दावा किया है. बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर सरगुजा और कोरिया के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने कोरिया में कहा है कि एक हफ्ते के अंदर बीजेपी उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट रिलीज कर दी जाएगी.
सरगुजा संभाग को लेकर हुआ मंथन: ओम माथुर ने बताया कि सरगुजा संभाग को लेकर मंथन हुआ है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के बचे 69 सीटों के लिए विधानसभा कोर कमेटी की बैठक कर टिकटों के बटवारे का निर्णय लिया जा रहा है.सरगुजा संभाग की 9 सीटों के लिए भाजपा विधानसभा कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी.जशपुर की तीन तथा अंबिकापुर, सीतापुर और सामरी विधानसभा के कोर कमेटी के साथ उनकी बैठकें हुई हैं. भाजपा ने बूथ स्तर तक माइक्रो मैनेजमेंट करने के लिए विधानसभा कोर कमेटी के साथ बैठ कर रचना की है. हर विधानसभा में करीब 200 से 250 बूथ हैं. हर बूथ पर अप्रोच रणनीति तैयार की गई है. जिसमें केंद्र सरकार की योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के साथ साथ राज्य की भूपेश सरकार की नाकामियों और भ्रष्टाचार को उजागर किया जाएगा"
सिर्फ विनिंग कैंडिडेट को दिया जाएगा टिकट: ओम माथुर ने कहा कि "सिर्फ विनिंग कैंडिडेट को ही दूसरी सूची में जगह दी जाएगी. यानि कि सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार को ही बीजेपी टिकट देगी. अगर बीजेपी के वरिष्ठ नेता भी जिताऊ नहीं है तो उन्हें टिकट नहीं मिलेगा. ओम माथुर ने साफ कर दिया है कि किसी भी सूरत में पार्टी सिर्फ और सिर्फ विनिंग कैंडिटेट को टिकट देगी."
"75 पार के दावे पर ओम माथुर ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा दावा कोई भी कर सकता है. लेकिन इस बार हमारी सरकार ही बनेगी. सरगुजा संभाग में हमने 5 जिताऊ उम्मीदवार का ऐलान किया है. उसी फॉर्मूले पर आगे भी टिकट दिया जाएगा. बुलडोजर को मीडिया ने हाईलाइट किया है. हमारी कोई नीति नहीं है. लेकिन कोई लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ेगा तो बुलडोजर से भी आगे आने की सोच सकते हैं"- ओम माथुर, बीजेपी प्रदेश प्रभारी, छत्तीसगढ़
बीजेपी सिस्टम से चलने वाली पार्टी: ओम माथुर ने इस दौरान कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि "बीजेपी पार्टी किसी परिवार के सहारे नहीं चल रही है. यह पार्टी सिस्टम से चलती है. यह किसी एक नेता की पार्टी नहीं है. यहां हर स्तर पर नेता हैं. संगठन में चर्चा होती है. सबकी राय लेकर उम्मीदवारों का चयन होता है. पार्टी ने तय किया है कि चुनाव से पहले प्रदेश में सीएम का कोई चेहरा घोषित नहीं किया जाएगा. हम स्थानीय स्तर के मुद्दों पर सोच विचार कर टिकट का एलान कर सकते हैं. टिकट का बंटवारा हमारा संगठन करता है. यूपी जैसे बड़े राज्य में भी हमने चेहरा घोषित कर चुनाव नहीं लड़ा. ऐसा ही एमपी और महाराष्ट्र में किया. "