कोरिया: हम दो आंखों से दुनिया देखते हैं. आंखे हैं तो हमारी जिंदगी में रोशनी है और आंखें नहीं तो जिंदगी में अंधेरा ही अंधेरा है. नेत्रहीन दिव्यांगों की जिंदगी में रोशनी लाने और उनको अंधेरे से लड़ने का हौसला बढ़ाने की एक कोशिश भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने की है.
कमरो अपने जन्मदिन पर मनेंद्रगढ़ के आमखेरवा में स्थित नेत्रहीन विद्यालय पहुंचे. नेत्रहीन दिव्यांग बच्चों ने स्वागत गीत पेशकर उनका स्वागत किया. इस अवसर पर विधायक ने बच्चों के खुशहाली की कामना की. उन्होंने अपनी आंखों से नेत्रहीन दिव्यांग बच्चों के जीवन में अपनी आंखों की रोशनी देने की बात कह सबका मन मोह लिया.