कोरिया: चिरीमिरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के प्रांगण से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गई. भव्य रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों को बिठाकर नगर में भ्रमण कराया गया. रथ यात्रा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ सैकड़ों श्रद्धालु भी शामिल हुए. कोरोना संक्रमण के कारण इस साल रथयात्रा में लोग मास्क पहनकर शामिल हुए थे. इस साल रथ यात्रा में ज्यादा लोगों को शामिल भी नहीं किया गया था.
भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा कार्यक्रम के अध्यक्ष शशिकांत सवाई ने बताया कि विश्रामपुर में पिछले 4 साल से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जा रही है, लेकिन इस बार कोरोना संकट की वजह से यात्रा में ज्यादा लोगों को शामिल नहीं किया गया.
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पुरी के मंदिर की तरह किया गया निर्माण
चिरमिरी के जगन्नाथ मंदिर का निर्माण ओडिशा के पुरी के मंदिर की तरह किया गया है. चिरमिरी में जब से भगवान जगन्नाथ के मंदिर का निर्माण हुआ है, तब से यहां रथ यात्रा निकाली जा रही है. रथ यात्रा के दौरान भक्तों ने भगवान जगन्नाथ की रथ की रस्सी खिंचकर पूरे मंदिर के प्रांगण में घूमाया. कोरोना के कारण रथ यात्रा को दौरान भक्तों की ज्यादा भीड़ मंदिर में नजर नहीं आई.
35 साल से निकाली जा रही है रथ यात्रा
भक्तों ने बताया कि चिरमिरी में पिछले 35 साल से रथ यात्रा निकाली जा रही है. ऐसी मान्यता है कि रथ यात्रा में शामिल होने और रथ को खिंचने से साभी मनोकामनां पूरी होती है. भक्त बताते हैं, रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ को मंदिर से निकालकर उनके मौसी के घर ले जाया जाता है.