एमसीबी:जिले के जनकपुर क्षेत्र में तेंदुए के हमले से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. लगातार हो रहे हमलों से हड़कंप मच हुआ है. ग्रामीणों ने सोमवार सुबह तेंदुए को नौढिया के पास अरहर के खेत में देखा तो पकड़ने के लिए घेर लिया था. सूचना पर वन विभाग की रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंची और तलाश में जुट गई. ड्रोन कैमरे में तेंदुए के दिखने के बाद ट्रैंकुलाइज कर उसे पकड़ने की तैयारी थी लेकिन रात में वह जंगल की ओर भागने में सफल रहा. मौके पर रायपुर से पीसीसीएफ सुधीर अग्रवाल, बिलासपुर कानन पेंडारी के डॉक्टर पी चंदन, सरगुजा से वन संरक्षक वन्य प्राणी आर बढ़ई और क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरो भी पहुंचे हैं.
रात में निकलता है तेंदुआ इसलिए अंधेरे में तलाश:कानन पेंडारी के डॉ चंदन ने बताया कि "यह वन्य प्राणी रात के समय ही निकलता है. इसलिए दिन भर के रेस्क्यू के बाद अब रात में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा, जिसके लिए तैमोर पिंगला से विशेष हाथी भी मंगाया गया है." लगातार हो रही घटनाओं को लेकर प्रशासन हरकत में आया है और हाथी पहुचते ही दोबारा रेस्क्यू में तेजी आएगी. तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग पूरी तैयारी कर चुका है. स्थानीय लोगों को रात में घर से बाहर न निकलने की मुनादी कराई जा रही है. वन विभाग के सीसीएफ सरगुजा नवीद सुजाउद्दीन भी मौके पर हैं और रेस्क्यू आपरेशन की निगरानी कर रहे हैं.
जनहानि रोकने के लिए टीम कर रही प्रयास:क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि "एक महीने में तेंदुए ने चार लोगों पर हमला किया है. तीन की मौत हो गई है. इसकी जानकारी विधानसभा में वन मंत्री को दिया था. एक टीम कांकेर से आई थी जिसने कहा था कि एक तेंदुए अपने दो शावकों के साथ क्षेत्र में विचरण कर रही है. रविवार को मुझे जानकारी मिली कि एक और घटना घटी है. जिसके बाद मैंने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी और फिर कल रात ही इसकी जानकारी सीएम को दी. सीएम के संज्ञान लेते ही तत्काल रेस्क्यू टीम पहुंची है. आगे किसी प्रकार की जनहानि न हो इसके लिए टीम लगातार मेहनत कर रही है."