कोरिया में इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का काम अटका, रीटेंडर के बाद निर्माण होगा शुरु
Indoor Sports complex work stuck बैकुंठपुर में डीएमएफ से 3 करोड़ 14 लाख रुपए से बन रहे इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का काम अटक गया है. कोर्ट स्टे के कारण निर्माण कार्य में देरी हो रही है. मामले में जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता,तब तक निर्माण कार्य शुरु नहीं हो सकता.पिछले डेढ़ साल ये कॉम्पलेक्स का काम ठप है.
कोरिया :बैकुंठपुर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का काम पिछले डेढ़ साल से बंद है. कोर्ट स्टे के बाद विभाग के अफसरों ने टेंडर की फाइल क्लोज कर दी है.अफसरों का कहना है कि यदि भविष्य में कोर्ट फैसला आता भी है तो नए टेंडर के बाद ही निर्माण का काम शुरु किया जाएगा. आपको बता दें कि सर्वसुविधा युक्त इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण तलवापारा स्थित शासकीय पीजी कॉलेज परिसर में गर्ल्स कॉलेज के सामने किया जा रहा था.
कोरिया में इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का काम अटका
क्यों आई काम में रूकावट ? : निर्माण कार्य को शुरू हुए 6 महीने भी नहीं बीते थे कि जमीन विवाद के कारण कोर्ट ने निर्माण कार्य पर स्टे लगा दिया. करीब सालभर से निर्माण कार्य बंद हाेने के बाद गृह निर्माण मंडल के अफसरों ने निर्माण कार्य के टेंडर की फाइल को क्लोज कर दिया है. क्योंकि निर्माण कार्य काे 4 जनवरी 2023 तक पूरा होना था.लेकिन स्टे के कारण काम पूरा नहीं हो सका
डेढ़ साल से काम बंद :बिल्डर संजय अग्रवाल ने मामले में कोर्ट स्टे लिया था. स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का 10 फीसदी निर्माण हो चुका था. करीब 6 महीने निर्माण के बाद कोर्ट स्टे के कारण डेढ़ साल से काम बंद है.अब विभागीय टेंडर क्लोज होने के बाद निर्माण अधर में अटक गया है. ऐसे में फिलहाल स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण पूरा हाेने की संभावना नहीं है. अब लोगों को कोर्ट के फैसले का इंतजार है.
''शहर में खिलाड़ियों की खेल सुविधाओं के लिए प्रशासन ने इंडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू करवाया था. लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों ने जमीन का दाम लेने के बाद भी इस पर अपना हक जताते हुए कोर्ट में स्टे लगाया है.'' शैलेष शिवहरे, बीजेपी नेता
रीटेंडर के बाद ही काम होगा शुरु :वहीं गृह निर्माण मंडल के कार्यपालन अभियंता प्रफुल्ल चौरे के मुताबिक मामला कोर्ट में होने और समय सीमा पूरी होने के कारण विभाग ने टेंडर क्लोज कर दिया है. अब कोर्ट से फैसला आने के बाद ही कुछ होगा. निर्माण शुरू भी होता है तो इसके लिए री-टेंडर किया जाएगा.