कोरिया: जिले में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं चिरमिरी में टूटे हुए मकान में बुजुर्ग भाई-बहन जीवन यापन करने को मजबूर है. मकान कभी भी गिर सकता है, लेकिन सुध लेने वाला अब तक कोई नहीं पहुंचा. करीब चार साल से भीख मांग कर बुजुर्ग जीवन यापन कर रहे हैं. बेसहारा भाई-बहन का राशन कार्ड भी नहीं बन सका है और ना ही केंद्र सरकार की आवास योजना का लाभ मिल सका. बुजुर्ग भाई-बहन चिरमिरी नगर निगम के वार्ड 9 में रहते हैं.
चिरमिरी नगर निगम के गेल्हापानी में रहने वाले दोनों बुजुर्ग त्रिलोक और संपा भाई बहन है. जब पहली बरसात में मकान का कुछ हिस्सा गिर गया, उस समय वार्ड पार्षद ने 32 सौ रुपए की मुआवजा राशि दिलाई थी. लेकिन दो दिनों से हो रही बरसात से मकान पूरी तरह ढह गया है. गिरे हुए मकान एक कमरे में दोनों बुजुर्ग जीवन यापन कर रहे हैं और भूखे रहने को मजबूर हैं. यहां आज तक कोई जनप्रतिनिधि या अधिकारी नहीं पहुंचा.
राशन कार्ड भी नहीं बना