कोरिया: छिंदडांड़ आदिम जाति सहकारी सेवा समिति में धान बेचने आए किसान को स्वयं पल्लेदारी करनी पड़ रही है. कोरिया जिला के कलेक्ट्रेट कार्यालय से लगे हुए आदिम जाति सहकारी सेवा समिति छिंदडांड़ में असुविधाओं का आलम देखने को मिल रहा है. लेकिन किसानों की कोई सुध लेने को तैयार नहीं है.
किसानों ने सुविधा मुहैया नहीं कराने का लगाया आरोप: कोई एक ओर छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार जहां किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पूरा जोर दे रही है. सरकार धान बेचने आये किसानों को धान खरीदी केंद्रों में सभी सुविधाएं होने के बात कह रही है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. यहां धान बेचने आये किसानों को कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है. किसानों को धान बेचने के लिए कड़ी मश्क्कत करनी पड़ रही है.
तुलाई से लेकर पल्लेदारी करने के लिए किसान मजबूर: किसानों का आरोप है कि "वह खुद अपनी धान की तौलाई से लेकर पल्लेदारी कर रहे है. यदि किसान पल्लेदारी नहीं करते हैं, तो उनको कई दिनों तक धान खरीदी केंद्र में रहना पड़ जाता. जिससे मजबूर होकर स्वयं किसान पल्लेदारी करता है, लेकिन कोई इनकी सुध लेने वाला नहीं है. जबकि धान खरीदी केंद्र से कुछ दूरी पर ही जिले के आला अधिकारियों का दफ्तर है.