कोरिया :जीवन दीप समिति (JDS) का गठन अस्पताल की छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करने के लिए किया गया है. इनमें अस्पताल में छोटे-मोटे रिपेयर वर्क, स्टाफ की भर्ती आदि शामिल हैं. अस्पताल की व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए फंड की जरूरतें जीवन दीप समिति (जेडीएस) पूरी करे, इसीलिए सरकार ने इसका गठन किया है.
जेडीएस ने दुकानें बनवाकर लगवाई बोली समिति ने सरकार की मंशा के विपरीत किया काम
सरकार की इस मंशा के बिल्कुल उलट जाकर समिति (Jeevan Deep Committee Korea) ने काम कर दिया है. जिले के लगभग सभी अस्पतालों से समिति की शिकायतें लगातार सामने आती रही हैं. अब ताजा मामला कोरिया जिले के खड़गवां का है. यहां के खड़गवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल के प्रभारी सह जेडीएस के अध्यक्ष डॉ कुजूर ने समिति के फंड का उपयोग नियमों के विपरीत किया है.
20 लाख के फंड से निर्माण के बाद उजागर हुआ मामला
मामला तब उजागर हुआ, जब जेडीएस फंड से करीब 20 लाख रुपये से निर्माण कार्य कराया गया. अस्पताल प्रभारी डॉ कुजूर के अनुसार निर्माण कार्य के लिए जेडीएस के सदस्य इंजीनियर ही काफी हैं. उन्हें निर्माण कार्य के लिए किसी टेंडर प्रक्रिया की आवश्यकता ही नहीं. लिहाजा करीब 20 लाख रुपये से आठ दुकानों का निर्माण करा दिया. मजे की बात तो यह है कि दुकान की बोली भी हो गई.
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सवाल खड़े कर रहा दो दुकानों को बोली में शामिल नहीं करना
डॉ कुजूर के अनुसार दो दुकानों को जेडीएस ने अपने पास रखा है. इन्हें बोली में शामिल नहीं किया गया. यह दुकानें जेडीएस के सदस्य को दी जाएंगी. यह एक बड़ा सवाल पैदा कर रहा है. वहीं मामले को लेकर कोरिया डीएम कुलदीप शर्मा ने कहा कि यह गंभीर और बड़ा मामला है. मैं इसकी जांच कराऊंगा.