कोरिया: कोरिया के जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत उरुम दुगा के आश्रीत ग्राम जगदीशपुर में लगभग 35 घरों की बस्ती है.condition of jal jivan mission worsens in villages वहां लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत शत प्रतिशत पानी पहुंचाने का दावा किया जा रहा है. Questions raised on PHE department लेकिन जब विभाग के इस खोखली दावे की हकीकत जानने गां में पड़ताल किया गया, तो वहां का हालात देखने के बाद जल जीवन मिशन के दावों की हकीकत नजर आ रही है.
जिम्मेदार अधिकारी सवालों से बचते नजर आये: जल जीवन मिशन के तहत इस गांव में ना तो प्लेटफार्म बना है और ना ही घरों तक पानी पहुंचा है. उसी गांव के अन्य चार घरों में प्लेटफार्म बने नल भी लगे, लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण आज भी पानी घर तक आने की राह देख रहे हैं. वहीं इस मामले को लेकर जब हमारे संवाददाता द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रभारी सी बी सिंह से बात किया गया, तो वह भी गोल मटोल जवाब देकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आये.
कोरिया में गांवों में जल जीवन मिशन की स्थिति बदतर, पीएचई विभाग पर उठे सवाल
हर घर पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी जिस विभाग को सौंपी है, वह इतने महत्त्वपूर्ण कार्य को कितनी संजीदगी से कर रहे हैं, condition of jal jivan mission worsens in villages इसकी बानगी कोरिया के ग्राम पंचायत उरूम दुगा के ग्राम जगदीशपुर में जाकर आसानी से समझा जा सकता है. जहां जल जीवन मिशन के तहत ग्रामिणों घरों में पानी पहुंचानें का सपना बिखरता नजर आ रहा है. Korea latest news एक तरफ जल जीवन मिशन का विस्तार करने और शत प्रतिशत पानी कि सप्लाई करने का दावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग कर रहा है, तो वहीं दुसरी तरफ ग्रामीणों की मानें तो अब तक उनके घरों में पानी का कनेक्शन तक नहीं पहुंचा है.
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पीएचई विभाग पर सवाल उठ रहे सवाल: शासन की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन का विस्तारीकरण करने वाले पीएचई विभाग पर सवाल उठ रहे हैं. नए बनाए गये पाइप लाइन से काफी पानी लीक होने के चलते ट्युब बांध कर लिपापोती किया गया है. जिससे साफ दिख रहा है कि विभाग इस योजना को लेकर गंभीर नहीं है. ऐसे में हर घर पानी पहुंचाने की योजना सिर्फ काल्पनिक लगता है.