कोरिया: बैकुंठपुर जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लैब बनाया जा रहा था. लैब का काम महीनों बाद भी पूरा नहीं हो पाया है. स्वास्थ्य विभाग का दावा था कि लैब का काम पूरा होते ही 114 तरह के टेस्ट यहां होने लगेंगे. तय समय पर लैब का काम पूरा नहीं होन से गरीब और बुजुर्ग मरीजों को निजी लैब में टेस्ट के लिए जाना पड़ रहा है. जिला अस्पताल में अभी सिर्फ 70 बीमारियों के टेस्ट ही हो रहे हैं. मरीजों की शिकायत है कि लैब को ग्राउंड फ्लोर से फर्स्ट फ्लोर पर शिफ्ट कर दिया गया. फर्स्ट फ्लोर पर हमेशा पानी जमा होता है जिसे हादसे की संभावना बनी रहती है.
बैकुंठपुर जिला अस्पताल हुआ बीमार, कैसे ठेकेदार की मनमानी बनी परेशानी जानिए
कोरिया के बैकुंठपुर जिला अस्पताल में बनने वाला लैब का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है. लैब का काम अधूरा रहने से मरीजों को निजी लैब में टेस्ट कराने को मजबूर होना पड़ रहा है. सीएमएचओ का दावा है कि दिसंबर के अंत तक लैब का काम पूरा कर लिया जाएगा.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Dec 1, 2023, 1:50 PM IST
आधा अधूरा पड़ा है लैब: जिला अस्पताल के सीएएचओ आर. एस. सेंगर का कहना है कि फिनिशिंग का कुछ काम अटका पड़ा है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा. लैब का निर्माण सीजीएमएससी कर रही है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ठेकेदार ने वादा किया है कि वो दिसंबर तक काम पूरा कर लैब हैंडओव्हर कर देगा. ठेकेदार की शिकायत थी कि जब काम का टेंडर दिया गया था तब लागत कम थी. काम ज्यादा लंबे वक्त तक चला तो लागत बढ़ गई. अस्पताल प्रबंधन के दावों पर भरोसा करें तो जल्द ही 44 नए तरह के टेस्ट यहां शुरु हो जाएंगे.
दिसंबर तक शुरु हो जाएगा लैब: सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को रोना कोई आज की समस्या नहीं है. कभी डॉक्टर अस्पताल में समय पर नहीं मिलते तो कभी दवाएं. बैकुंठपुर जिला अस्पताल में रोजाना सैंकड़ों मरीज दूर दराज के गावों से इलाज कराने आते हैं. ज्यादातर मरीज गरीब होते हैं. उम्मीद है कि लैब जल्द शुरु होने के बाद मरीजों को टेस्ट के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. टेस्ट के नाम पर कई बार निजी अस्पताल और टेस्ट सेंटर गरीबों से ज्यादा पैसे भी वसूलते हैं.