कोरिया:उम्र का ऐसा दौर जब दौड़ना कूदना तो दूर की बात लोग चलने को मोहताज हो जाते हैं. उस दौर में मनेंद्रगढ़ की दो महिलाओं ने अपने जज्बे से ऐसा कुछ कर दिखाया है. जिसे सुनकर लोग दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर है. घरेलू कामकाज के साथ ही साथ इन महिलाओं ने विभिन्न खेल विधाओं में अपने प्रदर्शन से इस क्षेत्र को गौरवान्वित किया है. आज राष्ट्रीय खेल दिवस 2022 पर ये महिलाएं खेलों के प्रति अपने जुनून का संदेश अपनी खेल विधा से दे रही है. National Sports Day 2022
National Sports Day 2022 उम्र के इस पड़ाव में भी ये महिलाएं दे रही फिटनेस का संदेश
आज राष्ट्रीय खेल दिवस 2022 पर ये महिलाएं खेलों के प्रति अपने जुनून का संदेश अपनी खेल विधा से दे रही है. छत्तीसगढ़ के पुराने एथलीटों से मिलें जो उम्र कोई बाधा नहीं है. आज भी खेल से रिटायरमेंट होकर एथलीट शकुंतला सिंह और वेटलिफ्टिंग कमला देवी मंगतानी घर पर अभ्यास करती है. घरेलू कामकाज के साथ ही साथ इन महिलाओं ने विभिन्न खेल विधाओं में अपने प्रदर्शन से इस क्षेत्र को गौरवान्वित किया है. National Sports Day 2022
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एथलीट शकुंतला सिंह:उम्र के उस पढ़ाव में जब लोग रिटायरमेंट लेकर घर में आराम करते हैं, दूसरों पर आश्रित हो जाते हैं. वहीं दूसरी ओर मनेन्द्रगढ़ में रहने वाली एक 65 वर्षीय महिला रिटायरमेंट लेने के बाद जो कर रही है वह किसी हैरत से कम नहीं है. इस उम्र में भी रोजाना मैदान में जाकर 2 घंटे की प्रेक्टिस, जिसमें 1200 मीटर की दौड़ करने के बाद नियमित अभ्यास करती है. यही वजह है कि उन्होंने भारत के कई राज्यों में अपने प्रदर्शन के बल पर कई खिताब हासिल किये हैं.
भारोत्तोलक कमला देवी मांगतानी: मनेन्द्रगढ़ की ही रहने वाली कमला देवी मंगतानी की उम्र 66 साल है. वे रोजाना जिम और घर में वेटलिफ्टिंग का अभ्यास करती है. राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में कमला देवी मंगतानी ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. वेटलिफ्टर कमला देवी मंगतानी कहती है कि वे शुगर की बीमारी से त्रस्त थी. डॉक्टरों ने उन्हें व्यायाम और योगा की सलाह दी थी. तब से उन्होंने वेटलिफ्टिंग करना शुरू कर दिया और अब तक कई प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर कई मेडल अपने नाम कर चुकी है.