कोरिया:ATM कार्ड की क्लोनिंग कर धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के आरोपियों को पकड़ने में कोरिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से ATM क्लोनिंग डिवाइस, बहुत सारे ATM कार्ड और मोबाइल बरामद किए हैं.
अंतर्राज्यीय गिरोह के 4 आरोपी गिरफ्तार जानकारी के मुताबिक पटना के करजी थाना क्षेत्र के रहने वाले जवाहरलाल राजवाडे और सरभोका थाना क्षेत्र के रहने वाले बिंदेश्वर सिंह के साथ ATM कार्ड की क्लोनिंग कर 24 अगस्त से 5 सितंबर 2019 के बीच 3 लाख 41 हजार की धोखाधड़ी की गई थी.
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद एक विशेष टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी गई, जिसके बाद पुलिस टीम ने ATM केंद्र के CCTV के फुटेज को खंगाल कर आरोपियों की तस्वीरें निकाली और उसे वायरल कर दिया. इसके बाद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि वायरस तस्वीर से मिलता-जुलता एक शख्स अपने साथियों के साथ एक कार में फिर से ठगी करने के लिए पटना क्षेत्र में ATM के आस-पास घूम रहा है.
अंतर्राज्यीय गिरोह से ये सामान बरामद
आरोपियों के पास से 58 हजार, 3 ATM क्लोनिंग डिवाइस और 15 ATM कार्ड, पॉकेट डायरी, कार और एक मोबाइल फोन भी बरामद किया.
सावधान लोग ऐसे हो रहे ठगी का शिकार
हैरानी की बात यह है कि आरोपी मोबाइल यूज नहीं करते थे. केवल मोबाइल में एप डाल कर ऑफ लाइन ATM की डिटेल्स मोबाइल में ट्रांसफर करते थे. यह आरोपी छत्तीसगढ़,मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, ओडिशा, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों में घूम-घूम कर ATM से पैसा निकालने में लोगों की मदद करने के बहाने उनके ATM कार्ड को पहले से हाथ में रखे छोटे से स्कैनिंग डिवाइस से स्कैन कर उसके गोपनीय कोड को पीछे से देखकर ATM कार्ड का क्लोन तैयार कर दूसरे ATM से जाकर पैसा निकाल लेते थे.
पढ़े: प्रेमी से शादी करने धनबाद पहुंच गई छत्तीसगढ़ की लड़की, फिर ऐसे हुआ इंकार
ठगी का मामला दर्ज
आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत ठगी का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि इस तरह के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. इन आरोपियों का बैंक अकाउंट खंगाला गया है, जिसमें लगभग डेढ़ लाख रुपए हैं. लेकिन अभी इनके आधार कार्ड से और भी बैंक खातों की जांच की जा रही है.