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कोरिया: मध्यप्रदेश के शहडोल से तेंदुए की खाल के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार - 4 accused of Manendragarh arrested

कोरिया जिले से सटे मध्य प्रदेश में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स की टीम ने मनेंद्रगढ़ वन मंडल और मध्य प्रदेश स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स की टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. चारों आरोपी मध्यप्रदेश में तेंदुए की खाल बेचने की तैयारी में थे, स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स की टीम ने आरोपियों को तेंदुए की खाल समेत धर दबोचा. इसे लेकर अब छत्तीसगढ़ वन विभाग भी जगह-जगह छापेमारी कर रहा है.

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मध्यप्रदेश में तेंदुए की खाल बरामद

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Published : Nov 22, 2020, 6:08 PM IST

कोरिया: सीमा से लगे मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स और उत्तर वन मंडल शहडोल की संयुक्त टीम ने जैतपुर के खबर खूंटा नाला के पास तेंदुए की खाल के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें से तीन आरोपी कोरिया जिले के निवासी हैं.

मनेंद्रगढ़ वन मंडल के जनकपुर एसडीओ केएस कंवर ने बताया कि मध्य प्रदेश एसटीएफ की टीम ने छापा मार कर कार्रवाई की है, इस मामले में तेंदुए की खाल के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. चार आरोपियों में से तीन आरोपी कोरिया जिले के रहने वाले हैं. वहीं एक आरोपी मध्य प्रदेश निवासी है.

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तेंदुए की खाल निकालकर बेचने की फिराक में थे तस्कर

SDO ने बताया कि आरोपी बाइक से तेंदुए की खाल की तस्करी कर रहा था, लेकिन STF की टीम ने आरोपी को तेंदुए की खाल के साथ धर दबोचा. आरोपी के पास से बाइक और तेंदुए की खाल को जब्त कर लिया गया है. जनकपुर जनपद क्षेत्र में सघन वन है. जहां सबसे ज्यादा तेंदुआ सहित अन्य प्रकार की जंगली जानवर रहते हैं. ऐसे में तस्कर तेंदुए की खाल निकालकर बेचने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए.

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इंटरस्टेट सीमा से लगा है नेशनल पार्क

कोरिया जिले में स्थित गुरु घासीदास नेशनल पार्क की सीमा मध्य प्रदेश की सीमा से लगती है. जहां पर दर्जनों प्रकार के वन्यजीवों के साथ बीते एक वर्ष 6 टाइगर भी निवास कर रहे हैं. इंटरस्टेट सीमा से ही नेशनल पार्क लगा हुआ है. ऐसे में वन तस्करों के लिए सुरक्षित स्थान है. स्थानीय ग्रामीणों की मदद से वन्यजीवों की तस्करी को अंजाम दिया जाता है.

मुखबिरी तंत्र को मजबूत करने की आवश्यकता

नेशनल पार्क की घनघोर जंगल क्षेत्र स्थानीय लोगों के परिचित होने के कारण तस्करी आसान होता है. इस दिशा में पार्क अधिकारियों को नेशनल पार्क की सीमावर्ती क्षेत्रों में अधिक सजगता बरतने की जरूरत है. साथ ही इस क्षेत्र के हर गांव में मुखबिरी तंत्र को मजबूत करने की भी आवश्यकता है, जिससे कि वन्य प्राणियों को सुरक्षित करने की दिशा में कारगर साबित हो सकती है.

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