कोरिया:सरकारी खजाने का किस तरह दुरुपयोग होता है. ये आप कोरिया के चिरमिरी नगर निगम के (Chirmiri Municipal Corporation) बौद्ध बिहार में आकर देख सकते हैं. बौद्ध बिहार के 40 एकड़ जमीन पर ऑक्सीजोन पार्क बनाने के लिए 20 हजार से अधिक पौधे लगाए गए थे. आज स्थिति यह है कि देखरेख के अभाव से पौधे सूख गए हैं. यहां हरियाली का नामोनिशान नहीं है. जबकि पौधे लगाने पर लगभग 25 लाख रुपए खर्च किए गए थे. पौधों की सुरक्षा के लिए चारों ओर 8 लाख रुपये खर्च कर सीमेंट के खंभे लगाकर तारों से फेंसिंग कराई गई थी. वह भी गिर चुके हैं. निगम के देखरेख के अभाव से पौधे सूख गए हैं. अब केवल पेड़ों की सूखी टहनी ही नजर आ रही है. लोगों की मानें तो सड़क के किनारे जो पौधे लगाए गए थे, वह अब पेड़ बन गए हैं, लेकिन बौद्ध विहार में लगाए गए पौधे सूख गए हैं. मामले में महापौर कंचन जयसवाल (Mayor Kanchan Jaiswal) का कहना है कि ये मेरे कार्यकाल का नहीं है. मैं इसके बारे में आपको कुछ भी जानकारी नहीं दे पाउंगी.
दो साल में रोपे गए थे 20 हजार पौधे
2015-16 में निगम ने सोनावनी स्थित बौद्ध विहार स्थल के 40 एकड़ भू-भाग पर हरियर छत्तीसगढ़ योजना के आक्सीजोन पार्क बनाने का शुभारंभ करते हुए लगभग 10 हजार पौधों का रोपण कराया गया था. 2017-18 में भी 5 से 10 हजार पौधे इसी स्थल पर रोपे गए थे. निगम की लापरवाही के कारण पौधे सूख गए हैं. गौतम बुद्ध सांस्कृतिक, सामाजिक, शैक्षणिक सेवा समिति के अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि चिरमिरी निगम की लापरवाही से सभी पौधे सूख गए हैं. अगर समय रहते ध्यान दिया जाता तो पौधे बचाए जाते, लेकिन देखरेख कोई नहीं किया और लगाई गई फेंसिंग पोल भी गिर गए हैं.
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निगम की लापरवाही से सूखे पौधेः जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) के जिला अध्यक्ष शाहिद महमूद ने कहा कि पौधे लगाने के लिए 25 लाख रुपये का टेंडर दिया गया था. बौद्ध विहार स्थल को ऑक्सीजोन पार्क बनाया गया था. जहां पर हजारों पेड़ लगाए गए थे. निगम के अधिकारियों की लापरवाही से पौधे सूख गए हैं.
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