हालांकि सरकार ने इन गांवों में बिजली के लिए सौर ऊर्जा प्लांट लगाये थे. लेकिन रख-रखाव के आभाव में सौर ऊर्जा प्लांट महज शो-पीस बनकर रह गया है.
बिजली न होने के कारण इन गांवों के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सोनहत विकासखंड के वनांचल गांव तजरा में सरकार ने बिजली के विकल्प में सौर ऊर्जा प्लांट लगवाये थे, लेकिन देख-रेख की कमी और अधिकारियों की लापरवाही के कारण इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है.
सौर ऊर्जा प्लांट पिछले 20 दिनों से बंद है, जिसके कारण पूरा गांव अंधेरे में डूबा है. ग्रामीणों ने बताया कि सोलर प्लांट में तकनीकी खराबी के कारण गांव में पिछले 20 दिनों से बिजली सप्लाई पूर्ण रूप से बंद है. ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत भी की है, लेकिन जिम्मेदारों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.
ग्रामीणों ने बताया कि, रात में अंधेरा हो जाने की वजह से जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है. वहीं बिजली नहीं होने से स्कूली बच्चों को पढ़ाई में परेशानियां आ रही है. इस संबंध में जब हमने विभाग के लोगों से बात की तो उनका कहना है कि, बैटरी में खराबी आने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित है, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा.