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मजदूरी करें या दिनभर ढोएं पानी! दोंदरो की महिलाएं 1 किलोमीटर दूर से भरकर लाती हैं पेयजल - दोंदरो की महिलाएं

कोरबा कलेक्टर की जनचौपाल में गांव दोंदरो की महिलाएं पेयजल समस्या को लेकर पहुंचीं. महिलाओं ने कहा कि दिन भर पानी ढोएं या फिर परिवार का पेट पालने के लिए मजदूरी करें, समझ नहीं आ रहा.

women of dondro village
दोंदरो की महिलाएं

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Published : Apr 6, 2022, 8:00 AM IST

Updated : Apr 6, 2022, 12:55 PM IST

कोरबा:कोरबा कलेक्टर की जनचौपाल में बालको से कुछ दूरी पर स्थित गांव दोंदरो की महिलाएं पहुंचीं. महिलाओं ने कलेक्टर से मांग की है कि उनके गांव में पेयजल के साथ ही निस्तारी के लिए पर्याप्त जलस्त्रोत का इंतजाम किया जाए. गांव के बोर सूख गए हैं. अब उन्हें पीने के साथ ही दैनिक उपयोग के पानी के लिए 1 से 2 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है. उनका पूरा दिन रोजमर्रा की जरूरत के लिए पानी ढोते हुए ही बीत जाता है. महिलाओं का कहना है कि दिन भर पानी ढोएं या फिर परिवार का पेट पालने के लिए मजदूरी करें, समझ नहीं आ रहा.

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सूख गए जलस्त्रोत:ग्राम पंचायत दोंदरो के वार्ड क्रमांक 8 संजय नगर की महिलाओं ने कलेक्टर को लिखित ज्ञापन दिया है. इस ज्ञापन में कहा गया है कि गांव में एक हैंडपंप है. यह हैंडपंप गर्मी शुरू होते ही मार्च-अप्रैल के महीने में सूख जाता है. इससे पानी नहीं निकलता. गांव में 3 वर्ष पहले पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन पानी की सप्लाई नहीं की गई. सरपंच ने पाइपलाइन ही उखाड़ दिया. अब गांव की महिलाएं पानी के लिए तरस रही हैं.

2 किलोमीटर तक का सफर:कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाओं ने बताया कि पंचायत के अन्य वार्डों में पानी की समस्या नहीं है, लेकिन संजय नगर में पानी नहीं मिलता. पानी के लिए 2 किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ता है.

Last Updated : Apr 6, 2022, 12:55 PM IST

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