कोरबा: नगर पालिक निगम (Municipal Corporation) के विभिन्न वार्डों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों ने सोमवार को निगम कार्यालय का घेराव (Siege of Corporate Office) किया. सफाई कर्मचारियों ने वेतन भत्तों सहित सामाजिक सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि 1 दिन पहले ही ठेकेदारों के साथ उनकी बैठक हुई थी, लेकिन इस बैठक में उनकी मांगों के समर्थन में कोई भी सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया. जिसके कारण सफाई कर्मचारियों में गुस्सा है.
कोरबा में सफाईकर्मियों ने क्यों किया निगम का घेराव ? - Siege of Corporate Office
कोरबा नगर पालिक निगम (korba Municipal Corporation) के विभिन्न वार्डों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों ने सोमवार को निगम कार्यालय का घेराव (Siege of Corporate Office) किया. उन्होंने वेतन भत्तों सहित सामाजिक सुरक्षा की मांग की है.
ये है मांगें
- मानदेय न्यूनतम 15 हजार रुपये किया जाए.
- ESIC के तहत मेडिकल सुविधा और पेंशन अंशदान के लिए भी उन्हें पात्रता दी जाए.
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि, वह सुबह से ही अपने काम में सक्रिय रहते हैं. कोरोना काल में विषम परिस्थितियों में भी उन्होंने सफाई का काम पूरी निष्ठा के साथ पूरा किया, लेकिन उन्हें अपनी जायज मांगों के लिए भी आंदोलन करना पड़ रहा है. नगर पालिक निगम इस दिशा में कोई भी ठोस पहल नहीं कर रहा है.
भाजपा का समर्थन
सफाई कर्मचारियों के आंदोलन को भाजपा ने भी समर्थन दिया है. मौके पर पहुंचकर भाजपा की ओर से निगम नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने कहा कि, सफाई कर्मचारियों की मांगे बिल्कुल जायज हैं, लेकिन नगर पालिक निगम में जायज काम नहीं हो रहे हैं. भाजपा अपना पूरा समर्थन सफाई कर्मचारियों को दे रही है.