कोरबा:केंद्र सरकार ने कमर्शियल माइनिंग को बढ़ावा देने के फैसला के खिलाफ में 22 मई यानि शुक्रवार को देशव्यापी हड़ताल की जाएगी, जिसमें कोयलांचल के मजदूर संगठन भी हिस्सा लेंगे. गुरुवार को ट्रेड यूनियन के श्रमिक नेताओं ने बैठक का आयोजन कर आंदोलन की रूपरेखा तय की है.
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देश की धरोहर को छिन्ना चाहती है केंद्र सरकार
उन्होंने कहा कि, इसी तरह केंद्र सरकार मजदूरों के हित में बने 44 श्रम कानूनों को 4 कोड बिल में समेटने जा रही है. इसके साथ ही मौजूदा सरकार ने कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग करने की योजना बना ली है. इसी तरह सरकार अब देश की धरोहर सार्वजनिक उपक्रमों को भी कुछ चुनिंदा उद्योग घरानों को बेचने का मन बना रही है.
22 मई को विरोध दिवस मनाने का ऐलान
इन्हीं सब सवालों को लेकर केंद्रीय श्रम संगठनों ने 22 मई को देशव्यापी "विरोध दिवस" मनाने का फैसला लिया है. इसी के तहत कोरबा क्षेत्र के समस्त खदानों में विरोध दिवस कार्यक्रम किया जाएगा और महाप्रबंधक कार्यालय में प्रधानमंत्री को ज्ञापन को आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रस्तुत किया जाएगा.