कोरबा: वार्ड क्रमांक 1 रामसागरपारा की गंदगी से भरे तालाब में डूबे स्थानीय गोताखोर अशोक नायडू की लाश 8 दिन के बाद बरामद हुई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि दिवाली की रात और उसके एक दिन पहले इस तालाब में दो लोग डूबे थे. जिसमें से पहले डूबे कमल गोंड का शव डूबने के दो-तीन दिन बाद ही बरामद कर लिया गया था. बताया जा रहा है कि कमल दिवाली की रात जुआ खेलते वक्त पुलिस से बचने की फिराक में था, लेकिन वह वहां पास के तालाब में कूदकर बह गया.
रामसागरपारा की यह घटना अपने आप में ऐसी पहली घटना है, जब तालाब में डूबे किसी व्यक्ति को ढूंढने में 8 दिनों का समय लग गया. दरअसल रामसागर पारा के जिस तालाब में दो व्यक्ति डूब गए थे, उसके आसपास व्यापक पैमाने पर अतिक्रमण हो चुका है. जहां चारपहिया वाहन के जाने लायक भी स्थान बाकी नहीं बचा है. गंदगी के साथ ही जलकुंभी और बड़ी झाड़ियां उग गई है, जिसे हटाने के लिए बिलासपुर से आई SDRF की टीम को ट्रैक्टर और हाईवा जैसे वाहनों का सहारा लेना पड़ा है. तालाब में नाममात्र का ही पानी बचा है, जबकि गंदगी से तालाब भरा हुआ है. यही कारण है कि डूबने के बाद दोनों ही व्यक्ति ऊपर नहीं आ पाए.
पढ़ें- सूरजपुर: नहीं थम रहा है अवैध रेत का उत्खनन, प्रशासन सो रहा कुंभकर्णी नींद
स्थानीय गोताखोर के तौर पर थी अशोक की पहचान