कोरबा पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस कोरबा:कोरबा में डकैती का मामला सामने आया है.बीते 24 जून को राजकुमार निर्मलकर के एमपी नगर स्थित घर में चार नकाबपोश बदमाशों ने डकैती की थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इस डकैती में कुल 6 आरोपी शामिल थे. दो पुलिस की गिरफ्त में हैं, जबकि 4 आरोपी फरार हैं.
जानिए क्या है मामला:दरअसल, ये पूरा मामला कोरबा शहर के सिविल लाइन थाना इलाके का है. सिविल लाइन थाना के एमपी नगर में राजकुमार निर्मलकर घर में 4 बदमाशों ने 24 जून को डकैती की थी. इस दौरान राजकुमार निर्मलकर की बेटी रितु और मां रंभा घर पर ही मौजूद थीं. दोनों को बदमाशों ने बांधकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था.
आरोपी पीड़ित परिवार का सदस्य:डकैती करने वाले कोई पेशेवर डकैत नहीं है. इसका मुख्य आरोपी प्रकाश निर्मलकर है. जो कि पीड़ित का भांजा है. पुलिस ने बदमाशों से लूट के 1 लाख 60 हजार रुपये नगद और जेवर जप्त किए हैं. सभी सामानों की कुल कीमत ₹20 लाख रुपए है.
सट्टा में हारा तो मामा के घर की डकैती:आरोपी आईपीएल के सट्टे में ₹5 लाख रुपया हार गया था. इस रकम को चुकाने के लिए ही उसने अपने मामा के घर डकैती की. आरोपी अपने साथियों के साथ ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है. इस मामले में प्रकाश के साथ ही पुलिस ने अनिल शर्मा को भी गिरफ्तार किया है. घटना में शामिल 4 अन्य आरोपी अभी फरार है. सभी 6 आरोपी जांजगीर-चांपा के रहने वाले हैं.
"कुल 6 लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. भांजे ने ही अपने मामा के घर में डकैती डाली. सभी आरोपी पहली बार इस तरह की घटना को अंजाम दिए हैं. ये सभी पेशेवर नहीं है. हालांकि जांच की जा रही है. परिवार के लोगों ने ही संदेह किया कि प्रकाश और उसके साथ आए अनिल थोड़े से बदमाश हैं. शक के आधार पर जांच शुरू की गई. तब पाया गया कि लूट कांड के बाद आरोपियों का लाइफ स्टाइल बदला हुआ है. पुलिस हिरासत में उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया. सभी को रिमांड पर भेजा जा रहा है. दो मुख्य आरोपी पकड़ में आ चुके हैं. चार अन्य फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है." -अभिषेक वर्मा, एएसपी
2 दिनों तक रेकी कर बनाया था प्लान: आरोपियों के मुताबिक घटना के 2 दिन पहले प्रकाश अपने दोस्त अनिल महाराज के साथ पीड़ित के घर गया था. प्रकाश ने अपने दोस्तों को बताया था कि मामा के घर काफी पैसे और जेवर हैं. प्रकाश ने 2 दिनों तक अपने दोस्त के साथ मिलकर पूरे इलाके को ठीक तरह से समझा. रेकी की, घर में पैसे और जेवर कहां रखे हैं. इस बात का पता लगाया और फिर पूरी तैयारी के साथ डकैती करने पहुंचे थे.
इन लोगों ने दिया वारदात को अंजाम:डकैती कांड का मास्टरमाइंड परिवार का भांजा प्रकाश निर्मलकर है. प्रकाश ने अपने दोस्त सेंटी उर्फ निखिल, सूरज, कैलाश कुर्रे, पिल्लू सभी को अपने साथ एक घटना में इंवॉल्व किया. सभी 2 मोटरसाइकिल और एक क्विड कार से डकैती की घटना को अंजाम देने आए थे. यह सभी गांव अमोरा, थाना मूलमुला अकलतरा के निवासी हैं. हालांकि प्रकाश और अनिल शर्मा लूट के दौरान नहीं आए थे.