कोरबा: जहरीले सांपों का रेस्क्यू करने वाली संस्था ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर बताया कि इस सीजन में उन्होंने 2 हजार 650 सांपों का सफल रेस्क्यू किया है. इनमें से कई सांप बेहद जहरीले थे. स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष जितेंद्र सारथी का कहना है कि जशपुर की जगह अब कोरबा को नागलोक की उपाधि दे देनी चाहिए. यहां किंग कोबरा से लेकर घोड़ा क्रैटब और छोटे-मोटे सांपों की प्रजाति बड़े पैमाने पर मौजूद है. इस सीजन में हमने कई तरह के विभिन्न प्रजातियों के सांपों का रेस्क्यू किया है.
वन विभाग और डायल 112 का मिला सहयोग
स्नेक रेस्क्यू टीम के सदस्य जिले में निःशुल्क सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. यदि किसी व्यक्ति के घर के अंदर सांप घुस आए, तो रेस्क्यू टीम के सदस्य वहां पहुंचकर सांप को रेस्क्यू करते हैं और फिर उसे जंगल में छोड़ देते हैं. जितेंद्र ने बताया कि उनकी संस्था में वर्तमान में 19 सदस्य हैं. जिन्हें पंजीयन के बाद आई कार्ड भी दिया जाएगा. संस्था के अधिकृत व्यक्ति ही सांपों का रेस्क्यू कर सकेंगे.