कोरबा :नगर निगम कोरबा के 14 वार्डों में मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय संचालित हैं. प्रशासन का दावा है कि, अभी तक इन वार्ड कार्यालयों के माध्यम से दो हजार 520 समस्याओं का निराकरण किया जा चुका है. लगभग 100 आवेदन पेंडिंग हैं. कोरबा नगर निगम आठ जोन और 67 वार्डों में बंटा है. कई वार्ड की दूरी निगम मुख्यालय से पांच से 25 किलोमीटर तक की है. इन दूरस्थ वार्डों के नागरिकों को अपनी छोटी-छोटी समस्याओं और कामों के लिए लंबी दूरी तय करके निगम कार्यालय तक आना पड़ता था.
मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय द्वारा समस्याओं का निराकरण वार्ड में ही मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय शुरू हो जाने से अब साफ-सफाई, सड़क-नाली संधारण, नल कनेक्शन, पानी की समस्या, स्ट्रीट लाईट से लेकर संपत्ति कर जमा करने, राजस्व संबंधी समस्याओं, जन्म-मृत्यु पंजीयन, राशन कार्ड बनाने और कई प्रकार की अनुमतियां और लाइसेंस जारी करने का काम इन वार्ड कार्यालयों से ही हो रहा है. लोगों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए शुरू हुई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के स्वास्थ्य शिविर भी इन वार्ड कार्यालयों में ही आयोजित हो रहे हैं. वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण और बचाव संबंधी अधिकांश गतिविधियां भी इन्हीं वार्ड कार्यालयों के माध्यम से की जा रही है.
कचरा फेंके जाने वाली जगह को बनाया गया पेवर ब्लॉक
नगर निगम के वार्ड नंबर 51 पटेल नगर दर्री में एनटीपीसी गेट के पास वार्ड कार्यालय स्थापित किया गया है.अच्छी बात यह है कि यह है कार्यालय जहां स्थापित किया गया है, वहां पहले लोग अपने घरों का कचरा फेंकते थे. अब उसी स्थान की साफ की सफाई कर पेवर ब्लॉक भी लगाया गया है. दरअसल इस वार्ड में पहले इसी जगह पर लोग अपने घरों का कचरा फेंकते थे. सड़क के किनारे पड़े कचरे के ढेर से आने-जाने वाले लोगों को बदबू, गंदगी से परेशानी होती थी. साथ ही कचरे से फैलने वाली बीमारियों और अन्य मक्खी, मच्छर जैसे कीटों के पनपने से भी लोग परेशान थे. जिसे हटाने के लिए मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में आवेदन किया गया था. कार्यालय में आवेदन मिलते ही नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने इस जगह का निरीक्षण किया और कचरे की सफाई कर उस जगह पर रंग-बिरंगे पेबर ब्लॉक लगाकर फूलदार पौधों के गमले रखे गए हैं.
स्थानीय स्तर पर समस्याओं का निराकरण
इसी तरह खरमोरा वार्ड नंबर 31 के निवासी अरूण यादव ने बताया कि उनके मोहल्ले में पानी निकासी के लिए नाली तो बनी थी लेकिन उसके लगातार जाम रहने से सड़क पर पानी बहता था. जाम नाली के पानी में बदबू, मच्छर आदि से भी लोग परेशान थे. यादव ने बताया मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में इस समस्या के निराकरण के लिए आवेदन दिया था. एक ही दिन में नाली की सफाई होकर अब पानी जाम की समस्या खत्म हो गई है. पथर्रीपारा वार्ड में बिजली के खंभे हैं, लेकिन बिजली नहीं थी. अंधेरे में आने-जाने और असमाजिक तत्वों की वजह से घटना-दुर्घटना का भय रहता था. स्ट्रीट लाईट के लिए मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में आवेदन दिया गया था. सूचना मिलते ही नगर निगम के कर्मचारी मोहल्ले में आये और सभी खंभों में स्ट्रीट लाईट लगाया गया. वार्ड कार्यालयों से ऐसी कई छोटी-छोटी समस्याएं स्थानीय स्तर पर एक ही दिन में अब निराकृत हो रही है.