कोरबा: प्रदेश में रोका-छेका अभियान चल रहा है. लेकिन अभियान का असर जिले में दिख नहीं रहा है. सरकार ने सड़क में बेतरतीब घूमते मवेशियों को गौठान तक पहुंचाने के लिए और फसल को बचाने के लिए अभियान की शुरुआत की थी, लेकिन मवेशियों को सड़कों से अब तक पूरी तरह नहीं हटाया जा सका है. आलम ये है कि 10 जुलाई को बाइक सवार युवक मवेशी से टकराकर दुर्घटना का शिकार हो गया. उसका इलाज कोरबा के निजी अस्पताल में चल रहा है. जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
बता दें घायल युवक का परिवार बेहद गरीब है. युवक के इलाज के लिए उनके पास पैसे तक नहीं है. ऐसे में परिवार ने शासन-प्राशासन से मदद की गुहार लगाई है. जानकारी के मुताबिक युवक ICU में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है.