कोरबा : यूं तो आजकल रोज सोशल मीडिया पर पुलिस की लापरवाही के वीडियो वायरल होते रहते हैं. जो लगातार विभाग का नाम खराब होने का कारण बन रहे हैं. लेकिन आज हम आपको छत्तीसगढ़ पुलिस के एक ऐसे जवान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होने अपनी सूझ-बूझ से लोगों के बीच नेकी की एक मिसाल पेश की है.
पुलिसकर्मी ने पेश की मिसाल. कटघोरा में डायल 112 सेवा में ड्यूटी कर रहे आरक्षक सूरज भारद्वाज और चालक रविन्द्र पासवान ने दो गुम मासूम बच्चों को सही सलामत उनके परिजनों तक पहुंचाया है. जिससे क्षेत्र भर में पुलिस विभाग की वाहवाही हो रही है.
दरअसल कटघोरा में नाना-नानी के साथ रहने वाले दो मासूम बच्चे अचानक खेल-खेल में घर से दूर चले गए थे. यह बच्चे महज 2 से 3 साल के हैं जो ठीक से अपना नाम तक नहीं बता सकते हैं. इतने छोटे बच्चों को अकेला देख एक स्थानीय ने इसकी सूचना 112 को दी.
आरक्षक सूरज भारद्वाज ने मानवता का परिचय देते हुए बच्चों के घर का पता लगाना शुरू किया. लोगों से जानकारी प्राप्त करनी चाही लेकिन किसी से भी इन बच्चों के विषय मे कोई जानकारी नहीं मिल पाई. हार न मानते हुए आस-पास के दो-तीन स्कूलों में बच्चो को ले जाकर उनके बारे में पूछताछ की. विवेकानंद स्कूल के प्रिंसिपल ने एक बच्ची को पहचान लिया. बच्ची का नाम वैष्णवी साहू बताया गया. इसके बाद परिजनों से संपर्क किया गया तो पता चला की वे खुद काफी समय से बच्चों की तलाश कर रहे थे.
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बच्चों को अपने सामने देख नाना-नानी सूरज भारद्वाज और चालक रविन्द्र पासवान का आभार वयक्त किया. इन मासूम बच्चों को शायद पता ही नहीं है कि वे परेशानियों से निकलकर यहां पहुंचे.