कोरबा:सरकारी डॉक्टर्स की हड़ताल से निजी अस्पतालों की चांदी हो गई है. ओपीडी में बैठने की नई सेवा शर्त का सरकारी डाक्टर्स विरोध कर रहे हैं. इसके लिए काम बंद करके सभी डॉक्टर सरकार के विरोध में हड़ताल पर हैं. इसका निजी अस्पताल जमकर फायदा उठा रहे हैंं. इतना ही नहीं निजी अस्पताल के संचालकों ने सरकारी अस्पतालों में अपने एजेंट बैठा रखे हैं, जिससे मरीज कमीशनखोरी का शिकार हो रहे हैं.
बता दें कि जिला अस्पताल में इलाज नहीं मिलने के बाद जब मरीज वापस लौटते हैं, तो उसी समय उन्हें बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों में ले जाते हैं. मौके का फायदा उठाते हुए निजी अस्पताल के संचालक मनमनानी बिल बनाकर मरीजों से रकम वसूलते हैं. इतना ही नहीं निजी अस्पलात के लोगों ने बकायदा सरकार अस्पलात के आस-पास अपने एजेंट और एंबुलेंस भी तैनात कर रखें हैंं.