कोरबा: शहर में यात्रियों से भरी बस का एक्सीडेंट हो गया. बस एक खड़े ट्रक से टकरा गई. जिससे कई यात्री घायल हो गए. कुछ लोगों को गंभीर रूप से घायल हुए हैं. जिन्हें 112 एंबुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल भेजा गया है. कोरबा जिले के बांगो थाना क्षेत्र की घटना है.
कहां हुआ एक्सीडेंट:कटघोरा-अंबिकापुर नेशनल हाइवे में देर रात हसदेव नदी पुल पर एक यात्री बस हादसे का शिकार हो गई. यहां खड़े ट्रक के पीछे से यात्री बस की टक्कर हो गयी. हादसे में सासाराम से कोरबा की ओर आ रहे लगभग 20 यात्री घायल हो गए हैं.
घटना देर रात एक से डेढ़ के बीच:घटना बुधवार से गुरुवार की दरम्यानी रात करीब 1.30 बजे की है. बस नंबर सीजी 15 डीएम 5271 की बस सासाराम से यात्रियों को लेकर कोरबा आ रही थी. वह केंदई के पास हसदेव पुल पर पहुंचा था. इसी दौरान कोहरे की वजह से चालक को सड़क किनारे खड़ा ट्रक नहीं दिखा. तेज रफ्तार बस ने पीछे से ट्रक को जोरदार टक्कर मार दी.
ट्रक से भिड़ंत होते ही बस में बैठे यात्रियों में चीख पुकार मच गई. बस में सवार यात्री किसी तरह बस से निकलने की कोशिश करने लगे. एक्सीडेंट के बाद कुछ यात्री बस की सीट में फंस गए थे, जिन्हें 112 की टीम और स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया. घटना की सूचना मिलते ही मोरगा और बांगो पुलिस मौके पर पहुंची.
घायल यात्रियों को पहुंचाया गया अस्पताल:घटना में कुल 20 लोग घायल हुए हैं जिनमें से 6 महिला और 8 पुरुषों को ज्यादा चोट लगी है. 6 लोगों को गंभीर चोटें आई है. उन्हें डायल 112 और हाइवे एंबुलेंस के माध्यम से पोड़ी उपरोड़ा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. कुछ यात्रियों को हायर सेंटर रेफर किए जाने की बात भी सामने आई है.
हादसे में घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है. कुछ लोगों की हालत गंभीर है. हमने देर रात ही बचाव कार्य शुरू कर दिया था. जानकारी जुटाई जा रही है. परिजनों को भी सूचना देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.-विलायत हुसैन, पुलिस चौकी प्रभारी, मोरगा
हाइवे पर खड़े ट्रक देते हैं दुर्घटनाओं का आमंत्रण :कटघोरा-अंबिकापुर हाइवे जिले में हादसों का केंद्र बिंदु है. यहां लगातार कई हादसे हुए हैं. लोगों की असमय मौत भी हुई है. ज्यादातर मामलों में गाड़ियों की सड़क पर खड़े ट्रक से टक्कर हो जाती है और दुर्घटनाएं होती हैं. जिले के पूर्व पदस्थ एसपी संतोष सिंह ने ऐसे ब्रेकडाउन होने वाले ट्रकों को हाईवे से तत्काल हटाने के लिए एक टो वाहन का इंतजाम करने की बात कही थी. हाइवे पर टो वाहन की लगातार सक्रियता की योजना बनी थी. लेकिन इस पर आज तक अमल नहीं हुआ. पुलिस के पास ऐसे खराब वाहनों को तत्काल हटाने के लिए कोई इंतजाम नहीं होता और यह लगातार बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं.