कोरबा: दिल्ली के 10 जनपथ पर प्रधानमंत्री के सामने परेड कर उन्हें सलामी देना हर कैडेट का सपना होता है. सैकड़ों और हजारों में किसी एक एनसीसी कैडेट का यह सपना पूरा हो पाता है. नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) को सेकंड लाइन ऑफ आर्मी भी कहा जाता है. कुछ समय पहले ही कोरबा जिले में 1 सीजी बटालियन की स्थापना की हुई. नया रेजिंग होने के बाद भी यहां के कैडेट और शासकीय ईवीपीजी कॉलेज के छात्र सत्यम ठाकुर का चयन रिपब्लिक डे कैंप (आरडीसी) के लिए हुआ. उन्होंने पीएम को 10 जनपथ पर सलामी दी. अब उन्हें राज्य सरकार ने भी सम्मानित किया है. मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री की ओर से बटालियन के सीओ पी चौधरी और पीजी कॉलेज के केयरटेकर ऑफिसर श्यामसुंदर तिवारी ने सत्यम को 10 हजार का नगद पुरस्कार प्रदान किया.
एमपी और सीजी में मुझे चुना गया : सत्यम ठाकुर ने बताया कि "पहले कॉलेज स्तर पर कैडेट का चयन किया जाता है, जिसके बाद उन्हें बटालियन में प्रशिक्षण लेना होता है. हमारे यहां हाल ही में 1 सीजी बटालियन की शुरुआत की गई है. यहां पर प्रशिक्षण लेने के बाद एमपी और सीजी के पूरे डायरेक्टोरेट में से मेरा चयन आरडीसी के लिए हुआ. इसके 3 इवेंट में से मुझे 26 जनवरी की परेड में पीएम को सलामी देने का अवसर मिला. मैं उनसे भी मिला, उनके द्वारा दी गयी मोटिवेशनल स्पीच को लाइव सुना. यह मेरे जीवन का स्वर्णिम पल है."
एनसीसी से सरकारी नौकरियों में भी मिलती है रियायत :शासकीय पीजी कॉलेज के सहायक प्राध्यापक और एनसीसी के केयरटेकिंग ऑफिसर श्यामसुंदर तिवारी ने इसे गौरवान्वित करने वाला पल बताया. श्यामसुंदर तिवारी ने बताया कि "सत्यम शुरू से ही बेहद मेहनती छात्र रहा है. उसने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर यह मुकाम हासिल किया है. एनसीसी हमें अनुशासन सिखाता है. जो छात्र अपने छात्र जीवन में एनसीसी का सी सर्टिफिकेट प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में 20 अंकों का बोनस दिया जाता है. जो छात्र दिल्ली में आरडीसी अटेंड करते हैं, उन्हें 5 और अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं. इस तरह कुल 25 अंकों का बोनस एनसीसी से छात्र प्राप्त कर सकते हैं. यह छात्र जीवन में बेहद उपयोगी है."