कोरबा :ननकीराम कंवर ने एनएच निर्माण में धांधली को लेकर अफसरों पर मुआवजा कम देने और रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है. कोरबा और चांपा के बीच एनएच का निर्माण चल रहा है. पूर्व मंत्री और भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने निर्माण कार्य को लेकर प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं.
ननकीराम कंवरधरने पर बैठे, जमकर नोकझोंक :एनएच और प्रशासन के खिलाफ रोड जाम कर विधायक एवं पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए. कंवर और प्रशासन की टीम के बीच जमकर नोकझोंक हुई है. नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष के कारण अग्रवाल भी मौजूद थे. पुलिस की मौजूदगी में तहसीलदार से उनकी भी जमकर बहस हुई. कोरबा एसडीएम पर मुआवजा में गड़बड़ी और रिश्वतखोरी का आरोप विधायक और ग्रामीणों ने लगाया. इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ. उचित मुआवजे की मांग और बारिश में लोगों के घर ना तोड़े जाने को लेकर ग्रामीण चक्का जाम पर बैठे थे.
ननकीराम कंवर का बिना मुआवजा मकान तोड़ने का आरोप :राष्ट्रीय राजमार्ग कोरबा चांपा निर्माण को लेकर एनएच पर मनमानी का आरोप है. "देखने में आ रहा है कि बिना मुआवजा दिए मकान तोड़े जा रहे हैं. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने की है. एक दिन पहले देर शाम कुछ मकानों को जिनके घर के मालिक काम में गए हुए थे और ताला बंद था, ऐसे मकानों को बिना नोटिस व मुआवजा दिए तोड़ दिया गया है. जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है. सुबह से ही ग्रामीण रोड में इकट्ठा होने लगे हैं. जब तक मुआवजा और अन्य मांगों पर सहमति नहीं बन जाती हम आंदोलन जारी रखेंगे" ननकीराम कंवर,विधायक
Nankiram Kanwar protest : एनएच निर्माण में धांधली को लेकर ननकीराम कंवर धरने पर बैठे,प्रशासन पर भ्रष्टाचार का लगाया आरोप - मुआवजा में गड़बड़ी और रिश्वतखोरी का आरोप
ननकीराम कंवर एनएच निर्माण में धांधली को लेकर धरने पर बैठे. जिससे काफी समय तक चक्का जाम जैसी स्थिति निर्मित हो गई. उरगा के समीप मुख्य मार्ग पर यह आंदोलन चल रहा था. ननकीराम कंवर के साथ स्थानीय ग्रामीण यहां मौजूद थे.
शिविर लगाने की बात पर आंदोलन हुआ समाप्त :विधायक ननकीराम कंवर ने मौके पर पहुंचते ही रोड को जाम कर दिया. जिसके बाद सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई. चक्का जाम की सूचना पर उरगा पुलिस और तहसीलदार अपने टीम के साथ पहुंचे और चक्का जाम पर बैठे विधायक और ग्रामीणों से बात करने की कोशिश की, ग्रामीणों का यह आंदोलन काफी देर तक चला. देर शाम को गांव में शिविर लगाकर मुआवजा प्रकरण के साथ ही अन्य मांगों पर संवेदनशीलता के साथ निराकरण करने की बात हुई.जिसके बाद आंदोलन समाप्त हुआ. ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निराकरण किये जाने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया है.