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MP ज्योत्सना महंत ने संसद में उठाया रेल का मुद्दा, कोरबा से नई ट्रेनें चलाने की मांग - raised issue of rail in Parliament

रेलवे को कोरबा जिले से माल ढुलाई के जरिए करोड़ों का राजस्व प्राप्त होता है. इसके बावजूद रेल सुविधाओं के मामले में कोरबा सालों से फिसड्डी है. इस मामले को कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने लोकसभा में उठाया है. डेढ़ मिनट के अपने भाषण में उन्होंने रेल सुविधाओं से जुड़ी कई समस्याओं पर प्रकाश डालकर रेलवे मंत्रालय का ध्यान इस ओर खींचा.MP Jyotsna Mahant raised issue of rail in Parliament

MP Jyotsna Mahant
कोरबा से नई ट्रेनें चलाने की मांग

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Published : Dec 16, 2022, 2:12 PM IST

कोरबा : रेलवे से जुड़ी यात्री सुविधाओं के मामले में कोरबा लंबे समय से उपेक्षित रहा है. जबकि यहां से भारी-भरकम राजस्व सरकार को मिलता है. समय-समय पर समस्याओं को दूर करने मांग उठती रही है. इस बार कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत (MP Jyotsna Mahant ) ने लोकसभा की कार्रवाई के दौरान रेलवे से जुड़ी समस्याओं को सदन के सामने रखा. सांसद ने ये भी कहा कि रेल सुविधाओं का विस्तार होना चाहिए. कोरबा में पिटलाइन बनकर तैयार है, लेकिन इसका उपयोग नहीं हो रहा है.MP Jyotsna Mahant raised issue of rail in Parliament

एक्सप्रेस गाड़ियों का मांगा ठहराव : सांसद ने कहा कि " कोरबा ऊर्जाधानी है इसलिए चांपा रेलवे स्टेशन में गीतांजली एक्सप्रेस, ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस, कर्मभूमि एक्सप्रेस का ठहराव के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए. कोरबा रेलवे स्टेशन से चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों का सरगबुंदिया एवं मड़वारानी मेें ठहराव किया जाए. कोरबा ईस्ट-वेस्ट रेल कारिडोर के तहत गेवरा रोड-पेण्ड्रा रोड रेल कारिडोर का 24 सितंबर 2018 को तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा भूमिपूजन किया गया था. वर्ष 2021 तक कार्य पूर्ण होने की घोषणा की गई थी, लेकिन खेद का विषय है कि 2022 तक लगभग 55 प्रतिशत कार्य ही हो पाया है. कार्य में प्रगति लाने आवश्यक कार्यवाही करें.''


कोरबा रेल परिक्षेत्र में समस्याओं का अंबार :सांसद ने आगे कहा कि "पूर्व वित्तीय वर्ष में 135 मिलियन टन का लदान कोरबा रेलवे द्वारा किया गया. जिसमें लगभग 18 हजार करोड़ की अनुमानित आय हुई. इस वित्तीय वर्ष के 239 दिन में 100 मिलियन टन कोयला कोरबा से प्रतिदिन लदान कर रेलवे ने कीर्तिमान स्थापित किया. लगभग 45 रैक, अप-डाउन 90 रैक कोरबा शहर के बीच से गुजरती है. जिसमें शहर में 1.5 किलोमीटर में 5 रेलवे फाटक हैं, जिससे शहर में ट्रैफिक व्यवस्था की समस्या रहती है. 5 रेलवे फाटक पर अंडर ब्रिज या ओव्हर ब्रिज का निर्माण किया जाए.

कोरबा तक यात्री गाड़ियों के विस्तार की मांग : सांसद ने रेल मंत्री से कहा कि "कोरबा इतवारी (नागपुर) कोरबा से इतवारी तक जाती है, लेकिन वापसी में बिलासपुर में रुक जाती है. जिसका विस्तार कोरबा तक किया जाये. कोरबा-अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस कोरबा से जाती है, लेकिन वापसी में बिलासपुर में रुक जाती है. जिसे कोरबा तक लाया जाये. कोरबा-रायपुर हसदेव एक्सप्रेस का विस्तार डोंगरगढ़ तक किया जाये. निर्माणाधीन गेवरा-पेण्ड्रारोड रेल कारिडोर में पसान (93) रेलवे स्टेशन प्रस्तावित था. इसलिए पसान (बैरा साड़ामार) में रेलवे स्टेशन का निर्माण करायें.''

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बीकानेर तक चले नई ट्रेन, पिटलाइन जल्द शुरू हो :सांसद ने कोरबा से नई यात्री ट्रेनों के परिचालन की मांग रखते हुए कहा कि ''कोरबा-बालपुर-सारागांव रेल ट्रैक बने 5 साल से ऊपर हो चुका है. मालगाड़ी का परिचालन हो रहा है. यहां यात्री रेल का परिचालन, कोरबा से राउरकेला मार्ग तक नई ट्रेन आगामी बजट में प्रस्तावित किया जाए. कोरबा से कटनी मार्ग पर एक भी यात्री ट्रेन नहीं है. बैकुंठपुर रोड और कटोरा रेलवे स्टेशन के मध्य नवीन रेलवे स्टेशन उरूमदुगा की स्थापना के लिए बजट में प्रावधान रखा जाए. कोरबा रेलवे स्टेशन में पिट लाइन बनकर तैयार है जिसे जल्द शुरू किया जाए ताकि नई यात्री ट्रेनों के परिचालन में सुविधा हो. कोरबा-बीकानेर नई यात्री ट्रेन के लिए भी बजट में प्रावधान करें.''

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