कोरबा/कटघोरा: कटघोरा उपजेल में कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से किये गए 64 नए टेस्ट में 24 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. जानकारी मिल रही है कि उपजेल कटघोरा में निर्धारित क्षमता से ज्यादा कैदियों को बंद करके रखा गया है. जिसके कारण कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है. और यही कारण है कि लगातार कैदी संक्रमित पाए जा रहे हैं. रविवार को उपजेल कटघोरा प्रबंधन के 3 स्टाफ भी संक्रमित पाए गए हैं. उप जेलर ने इसकी पुष्टि की है.
जेल में 119 बंदी और तीन स्टाफ समेत 122 लोग कोविड से पीड़ित हो चुके हैं. स्वास्थ्य महकमे ने बताया है कि उपजेल के जेलर में भी कोविड के शुरुआती लक्षण नजर आए हैं. जिसके बाद उन्हें भीक्वॉरेंटाइन किया गया है. जिन बंदियों की रिपोर्ट एंटीजन टेस्ट में निगेटिव पाई गई है एहतियात के तौर पर उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए सैम्पल लिया गया है. आशंका जताई जा रही है कि अभी और भी नए मामले सामने आ सकते हैं. उपजेल के अंदर भीषण कोरोना के मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जेल प्रबंधन सकते में है.
क्षमता से ज्यादा बंदियों के होने के कारण फैल रहा कोरोना
बता दें कि तीन दिन पहले की हालत काफी बिगड़ गई थी जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था. जांच के दौरान बंदी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद जेल में बंद सभी बंदियों का कोरना टेस्ट कराया गया था. जिसमें 98 बंदियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वहीं रविवार को 64 नए टेस्ट कराए गए हैं. जिसमें 21 कैदी और तीन स्टाफ की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है. उप जेलर ने बताया कि जेल में बंदियों की क्षमता 148 है. जिसमें 168 बंदियों को रखा गया है. जिसकी वजह से बंदियों में कोरोना का फैलाव तेजी से हुआ है.
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