कोरबा:बैंक प्रबंधन की गंभीर लापरवाही के कारण एक गरीब महिला को 27 हजार रुपये की चपत लग सकती थी, लेकिन पुलिस की सक्रियता से महिला को उसके रुपये वापस मिल गए.
जमनीपाली(NTPC) में राज्य ग्रामीण बैंक की एक शाखा संचालित है, जहां एक ही नाम की दो महिलाओं का खाता एक ही नंबर पर खोल दिया गया. बैंक की गलती से घरेलू काम कर जीवन यापन करने वाली महिला के बैंक खाते से बिना जानकारी से 27 हजार रुपये निकाल लिए गए.
बेटे को मिली खाते से रकम निकालने की सूचना
ईरीगेशन चौक रेलवे पार दर्री में रहने वाली मीना बाई साहू घरेलू काम कर जीवन यापन कर रही है. उसका बचत खाता छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक जमनीपाली था. महिला बेटे दीपेश के साथ खाते से 27 हजार रुपये निकालने की शिकायत लेकर पहुंची. मोबाइल फोन पर मैसेज आने पर महिला के बेटे को पता लगा कि, उसकी मां के खाते से 27 हजार रुपये निकाल लिए गए हैं.
एक जैसा था हस्ताक्षर
यह सुनकर मीना को अचंभा हुआ कि, वह तो बैंक गई ही नहीं फिर उसके खाते से रकम किसने और कैसे निकाला. जब पीड़ित महिला ने बैंक मैनेजर से इस संबंध में बात की तो, बैंक के अफसरों ने रकम निकालने वाली पर्ची के हस्ताक्षर को महिला के हस्ताक्षर के साथ मिलाकर देखा, जो मीना बाई साहू की ही तरह था. सवाल फिर वहीं था कि जब मीना बाई बैंक आई ही नहीं, तो आखिर रुपए किसने निकाले.
पुलिस से लगाई मदद की गुहार
मीना ने दर्री थाने में शिकायत कर मदद की गुहार लगाई. CSP केएल सिन्हा ने एसआई इंद्रजीत नायक को जांच के लिए कहा. नायक ने तत्काल बैंक पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो कोई दूसरी महिला रुपए निकालते नजर आई, जिसकी पहचान मीना बाई साहू के तौर पर हुई जोकि कलमीडुग्गू दर्री की रहने वाली है.
पुलिस ने खाता धारक को वापस दिलाई रकम