कोरबा: छत्तीसगढ़ में कुपोषण एक बड़ी समस्या है. राज्य सरकार ने इसे चुनौती को रूप में स्वीकार किया है. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती से कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिले के लालपुर गांव में भी कुपोषण मुक्ति अभियान दिवस मनाया गया.
कोरबा: कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान की शुरुआत छत्तीसगढ़ के वनांचलों में कुपोषण की स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है. कुपोषण मुक्ति दिवस के तहत पोंडी उपरोड़ा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सर्वजीत सिंह भी लालपुर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए.
नुक्कड़ नाटक के जरिए किया जागरुक
महिलाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्कूली बच्चों ने रैली निकालकर लोगों को कुपोषण मुक्ति के लिए जागरूक किया. लालपुर के स्वास्थ्य केंद्र परिसर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी हुआ. जहां बच्चों ने गांधी जी के विषय पर कविता कि प्रस्तुति दी और स्वच्छता को लेकर नुक्कड़ नाटक कर लोगों जागरुक किया.
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राज्य को कुपोषण बनाने का लक्ष्य
सर्वजीत सिंह ने बताया कि '2 अक्टूबर से प्रदेश के सभी महत्वाकांक्षी जिलों में इसकी शुरुआत की जाएगी. आने वाले 3 साल में सरकार ने छत्तीसगढ़ को कुपोषण और एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रखा है'.