कोरबा: कोरोना मरीजों में व्याप्त भय और नकारात्मकता को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक अच्छी पहल शुरू की है. अब कोरोना मरीजों की काउंसलिंग कर उनकी शंकाओं को दूर किया जाएगा, प्रयास यह होगा कि मरीज के दिल और दिमाग से कोरोना के भय को निकाला जाए.
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रत्येक पॉजिटिव मरीजों के लिए किसी ना किसी डॉक्टर की तैनाती की है. हर दिन जिले में 200 से ढाई सौ के बीच कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं. जिनकी सूची स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की जाती है. अब इस सूची में प्रत्येक मरीज के नाम के सामने एक डॉक्टर के नाम का भी उल्लेख कर सूची तैयार जा रही है. प्रयास है कि डॉक्टर मरीज को फोन कर उसके स्वास्थ्य का प्रतिदिन फॉलोअप लेंगे.
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की होगी काउंसलिंग इस हेल्पलाइन पर ली जा सकेगी सलाह
मरीज चाहें तो वह खुद भी फोन कर तनाव कम करने के लिए मदद ले सकते हैं. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया है. 9340887492 इस नंबर पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक फोन करके सलाह ली जा सकती है.
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मानसिक तनाव दूर करने की कवायद
मानसिक समस्या होने पर मरीज, चिकित्सकों को फोन कर सकते हैं. आमतौर पर देखने में आ रहा है कि कोरोना वायरस से ग्रसित मरीज मानसिक समस्या, तनाव, अवसाद और शक की बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं. कुछ केस में मरीज जरूरत से ज्यादा नशा लेना भी शुरू कर देते हैं. कुछ आत्महत्या के मामले भी जिले में सामने आ चुके हैं. इस तरह की घटनाओं को कम करने के साथ ही मरीजों की मानसिक परेशानी दूर करने और उनका तनाव कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों को ड्यूटी सौंपी है।
सूची के साथ जारी हो रहे डॉक्टर के भी नाम
प्रतिदिन स्वास्थ विभाग की ओर से कोरोना के मरीजों की सूची जारी की जाती है. अभी इसी सूची में मरीज के नाम के समक्ष चिकित्सक के नाम का भी उल्लेख कर सूची तैयार की जा रही है. इसके लिए सरकारी के साथ ही निजी और सार्वजनिक उपक्रमों के अस्पतालों में तैनात चिकित्सकों को जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें कहा गया है कि वह आवंटित मरीज को फोन कर उसे होम आइसोलेशन की शर्तों, कोरोना वायरस के साथ ही दिनचर्या की पूरी जानकारी दें.
हाल फिलहाल में आत्महत्या के मामले आए सामने
कुछ दिन पूर्व कटघोरा विकासखंड के ढेलवाडीह में कोरोना पॉजिटिव आए मरीज किशोर ने आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा मचाया था. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन भीड़ को कंट्रोल नहीं कर पा रहे थे. वहीं कोरोना वायरस से ग्रसित एक महिला ने जिले के कोविड अस्पताल की छत से छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था.